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हाई हील्स का शौक दे सकता है आपको घुटने व पीठ का दर्द

Health

लखनऊ। फैशन के चलते महिलाओं में हील का क्रेज तेजी से बढ़ा है। अलग-अलग मौकों पर महिलाएं हील की चप्पल, सैंडल और बेली पहनती हैं। लंबा व ग्लैमरर्स दिखने की चाहत महिलाओं के कई अंगों पर बुरा असर डाल रहा है। लगातार हील पहनने वाली महिलाओं के घुटनों व पीठ में दर्द रहना सामान्य हो सकता है।

कॉलेज जाने वाली लड़कियां हों या महिलाएं सभी हाई हील्स को फैशन का हिस्सा मानती हैं लेकिन शायद वह हील्स पहनने के नुकसान नहीं जानतीं। हाई हील्स हमारे शारीरिक ढांचे को बुरी तरह से प्रभावित करती है। कई बार तो बैलेंस बिगड़ने पर यह हमारे पैर में मोच का कारण भी बन जाती हैं।

हमारे पैरों के सोल पर 2 लाख से ज्यादा तंत्रिकाएं होती हैं। यहीं तंत्रिका सेंसर की तरह सीधा दिमाग को सिगंल देती हैं जिससे हम बिना नीचे देखे स्ट्रेट चल पाते हैं लेकिन लगातार हील्स पहनने से इन नर्व सेंसर को नुकसान पहुंचता है। वहीं, कई बार तो हम अपना संतुलन भी खो देते हैं और गिर जाते हैं।

हाई हील पहनने से शरीर को होने वाले ख़तरे के बारे में लखनऊ के आर्थोपेडिक डॉ शुभ मल्होत्रा बता रहे हैं–

पैर- व्यक्ति के पैरों की बनावट शरीर का भार सहने और उन्हें खड़ा रखने के हिसाब से बनाई गई है। पैर पूरे शरीर को संतुलित रखते हैं। पैरों की मदद से चलने, दौड़ने, उचकने आदि कामो में हड्डी के ढाँचे (कंकाल) को झटके झेलने और संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है, जितनी लंबी हील होती है, पैरों पर उतना ही दबाव पड़ता है। नियमित रूप से हील पहनने से, पैर को टेढ़ी स्थिति में रखना पड़ता है जिससे पैरों की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। यहाँ तक कि इससे नाखूनों की बनावट भी बिगड़ने का डर रहता है।

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टखने और पिंडलियां- हील पहनने की वजह से पैर अपनी प्राकृतिक स्थिति से कहीं अधिक कोण पर मुड़ जाते हैं। इस कारण पैरों और आस-पास के अंगों में रक्त संचार कम हो जाता है। लंबे समय तक हील पहनने से यह दबाव खून का सचार लगभग पूरी तरह रोक देता है, जिससे वहां मौजूद स्पेल स्पाइडर नसें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं। हील पहन कर अधिक समय तक चलने से एचिलिस टैंडन पर जोर पड़ता है जिस से वह कड़ी हो सकती हैं।

कूल्हे और कमर- हाई हील पहनने से महिला के कूल्हे और कमर पर अप्राकृतिक जोर पड़ता है। साथ ही हील पहनी महिला को एक ख़ास पोज़ में खड़ा रहना या चलना पड़ता है, जिनसे स्थाई कमर दर्द की समस्या हो सकती है।

घुटने- इंसान के शरीर में उसके घुटने सबसे बड़े जोड़ होते हैं। किसी शारीरिक काम में यह झुक कर एक शॉक एब्जॉर्बर (झटका सहन करने वाले) स्प्रिंग की तरह काम करते हैं। हाई हील से घुटनो पर अंदर की तरफ दबाव पड़ता है। अगर ऐसा लगातार होता रहे तो घुटनो को होने वाला नुक्सान ठीक नहीं किया जा सकता।

ये भी हैं नुकसान

  • यह धीरे-धीरे आपकी हड्डियों के आकार को बदल देती है। इससे स्पाइन के डिस्टर्ब होने का डर बन जाता है। यह आपके रीढ़ की हड्डी और हिप्स को बाहर की ओर धकेलती है। स्पाइन पर असर पड़ने की वजह से पीठ दर्द एक हमेशा रहने वाला दर्द बन जाता है।
  • हील्स की वजह से घुटने के भीतर की ओर ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे महिला को घुटने दर्द की परेशानी रहने लगती है।
  • इससे पैरों के बोल्स पर ज्यादा प्रेशर पड़ता है, जिससे पैरों में दर्द की समस्या शुरू हो जाती है।
  • हाई हील वियर करने से वजन का संतुलन भी बिगड़ जाता है, जिसकी वजह से सभी हड्डियों और जोड़ों पर विपरीत असर पड़ता है। वहीं हील्स पहनने से पैरों पर दबाव बढ़ता है जिससे आप शरीर के ऊपरी हिस्से का संतुलन बनाने की कोशिश करते हैं। इसी चक्कर में आप अजीब तरीके से खड़े होना और चलना शुरू कर देते हैं जिससे आपका पोश्चर खराब हो सकता है।

सुझाव

  1. ऊंची एड़ी के सैंडल को पहनने से बचें। जूते खरीदते समय अपने अंगूठे को नाप लें और मोजे पहनकर भी नाप लें।
  2. ऐसे जूते लें जो आरामदायक हो। जूते खरीदते समय दोनों पैर के जूतों को नापें कभी कभी एक पैर दूसरे पैर से बड़ा होता है।
  3. मोटापा आपके पैरों पर, पैरों के जोड़ों और रीढ़ के जोड़ों पर ज्यादा तनाव देता है। ऐसे में ऊंची हील आपके लिए घातक हो सकती है।
  4. ऊंची हील के अपेक्षा ऐसी सैंडिल को महिलाओं का उपयोग में लाना चाहिए जिनकी ऊंचाई आगे और पीछे से बराबर हों।

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