हमें स्वस्थ और मस्त रहने के लिए हमारे शरीर को एक तय मात्रा में एल्कालाइन फूड की आवश्यकता होती है। हम कैसे अपने आप को हेल्दी रख सकते हैं और कैसे अपने भोजन में ज़्यादा से ज़्यादा एल्कालाइन ले सकते हैं इसके लिए कुछ आसान से टिप्स साझा कर रही हूँ।
फल या सब्जियां खाएं
सुबह उठते ही विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर फल या सब्जियां खाए जैसे टमाटर, मौसंबी, नींबू पानी, अमरूद, आलूबुखारा, इत्यादि। सरल भाषा में समझा जाए तो हमें खट्टे फलों का सेवन करना चाहिए।
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कुछ लोगों का कहना है कि नींबू खाने या नींबू शर्बत पीने से एसिडिटी हो जाती है लेकिन वास्तव में नींबू का रस जैसे ही हमारी जीभ के संपर्क में आता है और हमारे शरीर के अंदर जाता है वो तुरन्त ही एल्कालाइन प्रकृति का हो जाता है। नींबू की मदद से ही हम पुरानी से पुरानी एसिडिटी को ठीक कर सकते हैं क्योंकि इसमें विटामिन सी की प्रचुर मात्रा पायी जाती है।
भोजन के बाद नींबू पानी जरूर पियें
जब भी आप रेस्तरां में खाना खाने जाएं या किसी शादी या सामाजिक कार्यक्रमों में या घर पर ही ज्यादा हैवी फ़ूड (ज्यादा तेल घी और मसालों से बने पकवान) खाएं तो अक्सर अपचन, पेट में भारीपन, गैस बनना, खट्टी डकारों का आना, सीने में जलन होना और जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो जाती हैं। बाहर का खाना जीभ को चटखारे जरूर देता है लेकिन पेट की माली हालत खराब कर जाता है। ज्यादा गरिष्ट खाने में वो आवश्यक तत्व नहीं होते हैं जो पेट की सेहत बनाए रखने में मदद कर पाएं। रात्रि भोजन के बाद अगली सुबह पेट की सफाई ठीक ठाक हो जाना आपके अच्छे स्वास्थ्य को दर्शाता है। जब भी ऐसी किसी जगह पर आप जाएं जहां तेलीय और ज्यादा मसालेदार व्यंजन बने हों, भोजन के बाद नींबू का रस या नींबू पानी जरूर पीएं। नींबू का रस एल्कालाइन होने के साथ खाने को पचाने में भी सक्षम होता है।
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कुछ अन्य बातों पर भी गौर किया जाना चाहिए
- होटल में खाना ऑर्डर करने से पहले ग्रीन सलाद ज़रूर खाएं, नियम ही बना ले कि ग्रीन सलाद के बाद ही खाना खाया जाएगा।
- ज्यादातर उस भोजन को खाएं जिसे पकाने में कम समय लगता है, सब्जियों और फलों को कच्चा चबाएं। जैसे रोटी को पकाने में हमें एक मिनट लगता है लेकिन सब्ज़ी को पकने में १० मिनट तक लगते हैं, तो रोटी खाए। सब्ज़ी ना खाकर ग्रीन सलाद के साथ रोटी खाएं। पत्तागोभी और गाजर का कचूंबर तैयार करके उसमें स्वादानुसार हरी मिर्ची, नींबू, नमक इत्यादि डाल के खा सकते हैं।
- सब्जियों में टमाटर डाल कर ना पकाएं, किसी भी सब्ज़ी में अगर टमाटर डालते हैं तो उस फ़ूड का एसिड लेवल बहुत ज़्यादा बढ़ जाता है।
- दूध वाली चाय के बजाए ग्रीन टी का इस्तेमाल करें क्योंकि इनमें एसिड्स काफ़ी कम बनते हैं।
- प्रोटीनयुक्त भोज्य पदार्थों को सूर्यास्त के बाद खाएं, सुबह-सुबह ना खाए जैसे दूध रात को सोते समय ही पिएं और बच्चों को भी रात को ही पिलाएं।
- सूर्यास्त के बाद खाट्टे फल ना खाएं, रात को केवल मीठे फल ही खाएं जैसे सेव, चीकू, इत्यादि।
- केला, आलूबुखारा, अमरूद इत्यादि रात को ना खाएं क्यूंकि इनमे विटामिन सी होता है।
- इस तरह के थोड़े से सकारात्मक बदलाव आपकी हेल्थ को चार चाँद लगा सकते हैं।
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नींबू पेट की सेहत रखे बरकरार
हमेशा संतुलित आहार लेना हम सभी की दिनचर्याओं में इतना आसान नहीं है। अक्सर ऑफिस में पार्टी, सामाजिक कार्यक्रम, तीज- त्यौहार आदि में तीखे मसालेदार व्यंजनों के अलावा तेल, घी आदि से तैयार भोज्य पदार्थों और मिठाइयों का सेवन आम बात होती है। ऐसे में इन्हें त्यागने के बजाए कुछ ऐसा खाया या पिया जा सकता है जो इनके दुष्प्रभावों को कम कर पाए। नींबू एक ऐसा फल है जो आपके पेट की सेहत बरकरार रखने के लिए हमेशा आपके साथ होना चाहिए। बतौर उदाहरण समझना होगा कि आपको ऑफ़िस जाना है और बहुत ज़ोर से बारिश हो रही है तो आप क्या करेंगे? काम पर जाएंगे लेकिन छाता लेकर जाएंगे। ठीक ऐसे ही, ये नींबू आपके पेट की सेहत के लिए छाते की तरह काम करेगा।