हैदराबाद (भाषा)। इबोला के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ और जाने-माने वैज्ञानिक पीटर पायट का कहना है कि भारत में तेजी से फैल रहे डेंगू और चिकनगुनिया पर तत्काल ध्यन देने की जरुरत है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हैल्थ हैदराबाद (आईआईपीएच-एच) में रविवार रात अपने वक्तव्य में इबोला वायरस के सह-खोजकर्ता और लंदन स्कूल ऑफ हाइजिन ऐंड ट्रॉपिकल मेडिसीन के निदेशक पायट ने कहा कि भारत में इबोला का खतरा तो नहीं है लेकिन यहां बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू जैसे कई संक्रामक रोग फैल चुके हैं।
आईआईपीएच की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति में पायट के हवाले से कहा है, ‘‘यह जरुरी है कि देश बेहतर और प्रभावी प्रणालियों का निर्माण करें। इसके लिए गैर सरकारी संगठनों, समुदायों, अंत: सरकारी संगठनों के लिए मिलकर काम करने की जरुरत है।” विज्ञप्ति के मुताबिक लैक्चर में यह शंका व्यक्त की गई कि परिस्थितिक परिवर्तन, जलवायु संबंधी बदलाव, वैश्विक आवाजाही, अंतरराष्ट्रीय यात्राएं और कारोबार, कृषि और पर्यावरण प्रदूषण के कारण ये वायरस ‘सक्रिय’ हो सकते हैं। पब्लिक हैल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष के श्रीनाथ रेड्डी ने संक्रमणों के फैलाव और अन्य मुद्दों पर संबोधन दिया।