त्वचा की एलर्जी से बचने के लिए कैमिकल्स से रहें दूर

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त्वचा की एलर्जी से बचने के लिए कैमिकल्स से रहें दूरपिछले कुछ दशकों में पर्यावरण और वातावरण में आए बदलावों के कारण भी कुछ लोगों को एक्जिमा की शिकायत होने लगी है।

लखनऊ। त्वचा को कई प्रकार के संक्रमणों का सामना करना पड़ता है। एक्जिमा उसमें से एक है। एक्जिमा कई प्रकार का होता है। किसी व्यक्ति को किसी चीज से एलर्जी हो, तो उसे उससे एक्जिमा हो सकता है। त्वचा की एलर्जी के कारण और उपचार के बारे में बता रहे हैं लखनऊ के स्किन स्पेशलिस्ट डॉ अमित रंजन-

कारण

एक्जिमा के कई कारणों में से एक यह भी हो सकता है कि आजकल लोग एलर्जी पहुंचाने वाले तत्वों (कुछ प्रोटीन पदार्थ जिनसे कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है) के संपर्क में अधिक आने लगे हैं। साथ ही घर में धूल और ऑफिस में अन्य कैमिकल उत्पादों के कारण भी ऐसा देखा जा रहा है। इतना ही नहीं पिछले कुछ दशकों में पर्यावरण और वातावरण में आए बदलावों के कारण भी कुछ लोगों को एक्जिमा की शिकायत होने लगी है। घरों में सफाई के लिए प्रयोग होने वाले पदार्थों का अधिक इस्तेमाल, घोल, डिटर्जेंट, तेल और अन्य सामान, जो त्वचा के लिए हानिकारक हो सकते हैं, आदि भी एक्जिमा का संभावित कारण हो सकते हैं।

एक्जिमा के लक्षण

  • त्वचा के प्रभावित हिस्सों पर खुजली और लालिमा।
  • रूखी और परतदार त्वचा। और खुजली की गई त्वचा में त्वचा का मोटा होना।
  • त्वचा के प्रभावित हिस्से में गांठ अथवा छाले होना।

इलाज

सही इलाज से अधिकतर लोगों में इस बीमारी के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। लेकिन, गंभीर एक्जिमा को पूरी तरह से काबू कर पाना मुश्किल होता है। डॉक्टर के निर्देशों का पालन करने से काफी फायदेमंद होता है। स्किन केयर के कुछ खास उपाय आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं।

  • त्वचा को उत्तेजित करने वाले पदार्थ जैसे, सुगंधित साबुन, कॉस्मेटिक, कपड़े धोने वाले डिटर्जेंट के इस्तेमाल से बचें।
  • त्वचा को माश्चराइज रखें।
  • गर्मी और पसीने से बचें। तापमान और आर्द्रता में अचानक बदलाव और खुरचने से बचें।
  • ढीले-ढाले कपड़े पहनें और एक्जिमा को नियंत्रित करने के लिए सही और पूरा इलाज करें।

अपनाएं ये घरेलू उपाय

गर्म पानी

यह कई लोग नहाने के लिए बहुत गर्म पानी का उपयोग साल भर करते हैं। साल भर गर्म पानी से नहाना उतना बुरा नहीं है जितना इस पानी के तापमान का जरूरत से ज्यादा बढ़ा होना है। इसलिए नहाने या हाथ धोने के लिए हमेशा गुनगुने पानी का प्रयोग करें। इसके बाद त्वचा को हल्के से थपथपाकर पोंछें, रगड़ें नहीं। फिर इस पर कोई अच्छा लोशन लगाएं ताकि त्वचा की नमी खोने न पाए।

कैमिकल्स

घर हो या बाहर, दिन भर में चाहे-अनचाहे आप कई तरह के रसायनों के संपर्क में आते हैं। इनमें किसी फैक्ट्री या व्यवसायिक काम में प्रयोग में आने वाले रसायनों के साथ ही, घरों में सफाई के लिए प्रयुक्त रसायन, परफ्यूम्स, डियो आदि में मौजूद कैमिकल्स आदि शामिल हैं। इसके अलावा साबुन, डिटर्जेंट और शैम्पू में प्रयुक्त रसायन भी दिक्कत दे सकते हैं।

धूप

तेज धूप हो या गर्मी के कारण बहता पसीना, ये दोनों ही त्वचा संबंधी तकलीफों का कारण बन सकते हैं। सनबर्न त्वचा में सूजन पैदा करके एक्जीमा की स्थिति में पहुंचा सकता है। इसलिए सनस्क्रीन का उपयोग अवश्य करें।

कपड़े

कई बार कुछ विशेष मटेरियल से बने कपड़े, जैसे ऊनी या सिंथेटिक कपड़े, तकलीफ दे सकते हैं। इसी तरह बाजार से लाकर बिना धोए पहने गए कपड़े भी समस्या का कारण बन सकते हैं। इसलिए ऐसे कपड़ों का चुनाव करें, जो पसीना सोखने और हवा को त्वचा तक पहुंचने में मदद कर सकें।

मानसिक उलझनें

तनाव, स्ट्रेस, एंग्जायटी आदि जैसी स्थितियां त्वचा के लिए भी नुकसानदायक हो सकती हैं। ये एक्जीमा की स्थिति को और बिगाड़ सकती हैं। इसलिए इन उलझनों को मेडिटेशन आदि के जरिए सुलझाएं और मानसिक स्थिति को अच्छा बनाए रखें।

एलर्जी

पालतू पशुओं, पॉलेन्स या धूल आदि से होने वाली एलर्जी या किसी विशेष खाद्य जैसे मूंगफली, दूध, सोया या गेहूं से होने वाली सेंसिटिविटी जो बच्चों में अधिक पाई जाती है, भी एक्जिमा के लिए ट्रिगर का काम कर सकती है। ऐसे में सही जानकारी, जांचों और मार्गदर्शन से तकलीफ को नियंत्रण में रखा जा सकता है।

     

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