संतुलित मात्रा में ही लें प्रोटीन, कम और ज्यादा दोनों से शरीर को नुकसान

Protein needs

लखनऊ। प्रोटीन को मांसपेशियों का भोजन कहा जाता है। प्रोटीन ऑक्सीजन, हाइड्रोजन और नाइट्रोजन से बनने वाला तत्व है, जो शरीर को बीमारियों से बचाने का काम करता है। प्रोटीन ही शरीर को अंदर और बाहर से मजबूत बनाता है। लेकिन प्रोटीन लेने की भी एक उम्र होती है जिसके बाद प्रोटीन शरीर के लिए नुकसानदायक होता है। क्योंकि यह सीधे पाचन शक्ति को प्रभावित करता है।

शरीर को कब किस उम्र में कितने प्रोटीन की जरूरत होती है इसके बारे में आहार विशेषज्ञ डॉ. सुरभि जैन बता रही हैं-

प्रोटीन कितना जरूरी

इस बात में शायद ही कोई संदेह हो कि शरीर के विकास के लिए प्रोटीन जरूरी है। हमारे शरीर में 1000 से अधिक प्रोटीन पाए जाते हैं। शरीर की जरूरत को ध्यान में न रखकर केवल लंबे समय तक उच्च प्रोटीन डाइट लेना ही शरीर को नुकसान पहुंचाता है। प्रोटीन शरीर के लिए बेहद जरूरी है। हमारे शरीर का 18-20% भार प्रोटीन के कारण होता है।

  • प्रोटीन से मांसपेशियों व पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है। प्रोटीन, हृदय व फेफड़े के ऊतक स्वस्थ रखते हैं।
  • प्रोटीन शरीर के सुचारू रूप से कार्य करने के लिए जरूरी है। शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालता है। शरीर का पीएच लेवल बनाए रखता है। प्रोटीन मूड भी ठीक रखता है। तनाव के स्तर को कम करता है।

क्यों हानिकारक है अधिक प्रोटीन

अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन (कुल कैलोरी में 30% से अधिक प्रोटीन डाइट का भाग) शरीर को नुकसान पहुंचाता है। इससे शरीर में कीटोंस की मात्रा बढ़ जाती है, जो कि विषैला पदार्थ है। इस पूरी प्रक्रिया में शरीर से ज्यादा मात्रा में पानी बाहर निकल जाता है, जिससे डीहाइड्रेशन भी हो सकता है। अधिक व्यायाम करने वालों में ऐसा अधिक होता है। ऐसी डाइट को कीटोजेनिक डाइट भी कहते हैं।

किडनी की समस्या से जूझ रहे लोगों को भी उच्च प्रोटीन डाइट से परहेज रखने की सलाह दी जाती है। अधिक प्रोटीन डाइट लेने से किडनी पर दबाव अधिक पड़ जाता है। हड्डियों की समस्या जैसे रूमेटाइड आर्थराइटिस की स्थिति से जूझ रहे लोगों को भी उच्च प्रोटीन डाइट से बचने की सलाह दी जाती है। चूंकि प्रोटीन के अवशोषण के लिए अधिक कैल्शियम की आवश्यकता होती है, ऐसे में मांसपेशियों व हड्डियां का कैल्शियम घटने लगता है।

किसमें कितना है प्रोटीन

प्रति 100 ग्रा. – ग्राम

मूंगफली 23-28 ग्राम, ब्रेड की एक स्लाइस 3 ग्राम, अंडा 12 ग्राम, कच्ची सब्जियां 4 ग्राम, चावल/पास्ता 5 ग्राम, चिकन 29ग्राम, पनीर 18-20 ग्राम, सोयाबीन 35 ग्राम, काजू 25-27ग्राम, अखरोट 16 ग्राम, बादाम 21ग्राम

प्रोटीन से जुड़े आधुनिक शोध

  • एक शोध के अनुसार लो-कोलेस्ट्रॉल डाइट लेने वालों को अंडों के सेवन से बचना चाहिए। अंडे का अधिक सेवन टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकता है।
  • लॉस एंजिल्स स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में 6381 वयस्कों पर एक अध्ययन किया गया। उसमें खाए जाने वाले प्रोटीन की मात्रा के आधार पर कई श्रेणियां बांटी गयीं। उच्च प्रोटीन (20% से अधिक कैलोरी प्रोटीन से), मध्यम प्रोटीन (11 से 19%) व कम प्रोटीन (10 % से कम)। 65 वर्ष से अधिक की उम्र के लोग जो अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन करते हैं, उनमें मधुमेह और कैंसर से मृत्यु होने की आशंका बढ़ जाती है। वहीं मध्यम श्रेणी में प्रोटीन का सेवन करने वालों में यह आशंका कम देखने को मिलती है।
  • आयु बढ़ने के साथ शरीर की प्रोटीन आवश्यकता कम हो जाती है। प्रोटीन से शरीर में आईजी-एफवन हार्मोन सक्रिय हो जाता है, जो शरीर में ऊतकों की वृद्धि के लिए जिम्मेदार हैं। ऐसे में अधिक प्रोटीन शरीर कोशिकाओं में वृद्धि के लिए दबाव डालता है।

शाकाहारी लोगों के लिए अधिक प्रोटीन लेने के तरीके

शाकाहारी भोजन से पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन मिलना थोड़ा मुश्किल होता है, इसलिए आपको अपने डायट में प्रोटीन वाले चीजों की मात्रा बढानी पड़ेगी जिससे आप पर्याप्त प्रोटीन पा सके। हम यहां आपको कुछ आसान तरीकों के बारे में बता रहे हैं-

आहार विशेषज्ञ सुरभि जैन अनुसार, शाकाहारियों को अपने आहार में डेयरी प्रोडक्ट ज्यादा प्रयोग करने चाहिए जैसे कि दूध, दही, पनीर आदि। आपको रोजाना लंच के बाद छाछ या दही, और रोज सुबह और रात में सोने से पहले एक ग्लास दूध पीनी चाहिए। सोयाबीन और स्प्राउट्सल लें। दलिया, चने, अलसी का बीज और फलियां ये सब प्रोटीन के मुख्य स्रोत हैं। अपने खानपान में बींस, मटर, दालें आदि शामिल करें। आप इन्हें गेहूं या चावल जैसे अनाज के साथ लें तो आपको इनसे सारे पोषक तत्व एक साथ मिल जाएंगे।

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