लखनऊ। नए साल से जच्चा बच्चा इलाज और डिलीवरी के लिए एक नया विकल्प मिलेगा। ऐसे में क्वीनमेरी अस्पताल पर बोझ कम होगा। सीएम अखिलेश यादव जिले के दूसरे महिला रेफरल अस्पताल का लोकार्पण इसी दिसंबर माह में करेंगे। अब तक क्वीनमेरी राजधानी इकलौता रेफरल अस्पताल था।
जिस वजह से कभी-कभी मरीजों को गम्भीर हालत में भी भर्ती नही मिलती थी। इस अस्पताल की बिल्डिंग पूरी तरह से तैयार हो चुकी है। इसके शुरू होने के बाद अस्पतालों क्वीन मेरी में मरीजों की भीड़ कम हो जाएगी।
डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन दिया जा चुका है। जिनके साक्षात्कार होने पर उनकी नियुक्ति होगी। सीएम ने अभी उद्घाटन की डेट नहीं दी है, लेकिन कोशिश है कि यह इसी माह हो जाए।
प्रो. दीपक मालवीय, निदेशक, लोहिया संस्थान
मरीजों को मिलेगी राहत
गोमतीनगर विस्तार में कराया जा रहा है। अभी तक रेफरल अस्पताल के रूप में महिलाओं के लिए राजधानी में सिर्फ क्वीनमेरी अस्पताल ही ख़ास था। इस अस्पताल के शुरू होने से क्वीन मेरी में होने वाली मरीजों की भीड़ से थोड़ी राहत मिलेगी।
पहले थीं कई तरह की समस्याएं
इस वजह से यहां इलाज में तमाम तरह की समस्याएं आती थीं। क्योंकि प्राथमिक स्तर पर अच्छी सुविधाएं न होने के कारण सीएचसी और पीएचसी और अन्य अस्पतालों से महिलाओं को क्वीन मेरी ही रेफर किया जाता था, जिससे इलाज पर संकट हमेशा बना रहता है।
यह मिलेंगी सुविधाएं
एम्बुलेंस पहुंचने के लिए बाहर से स्लोब है। तल पर इग्जामिनेशन रूम, माइनर ओटी, इमरजेंसी रूम, स्पेशल केयर वार्ड आदि मौजूद हैं। दूसरे तल इसी तल पर 16 कमरे वार्ड के लिए भी रखे गए हैं। तीसरे तल पर लैब, पैथोलॉजी, सैम्पल कलेक्शन रूम, मेमोग्राफी रूम, एक्सरे व एमआरआई रूम है। चौथे पर मेजर ऑपरेशन थियेटर, प्री व पोस्ट ओपरेटिव वार्ड समेत सामान्य वार्ड है।
तीन साल पहले शुरू हुआ था अस्पताल
इस अस्पताल से निर्माण कार्य एक जनवरी 2013 को शुरू हुआ था, जो अभी तक चल रहा है। यह शहीद पथ के निकट में स्थित है, जिससे यहां पहुंचना आसान है। इस अस्पताल के भूतल पर ओपीडी को रखा गया है और इस तल पर डॉक्टरों के पांच कमरे, फार्मेसी व अन्य सुविधाएं हैं। खासबात यह कि तल पर कैंटीन भी है, जिससे मरीज व परिजन को परेशानी न हो। पहले तल पर इमरजेंसी है।