लंबी उम्र के लिए जरूरी है वसा वाले आहार 

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लॉस एंजिलिस (भाषा)। एक अध्ययन में दावा किया गया है कि वसा की प्रचुरता वाला आहार लेने से न सिर्फ वजन कम करने में मदद मिलती है बल्कि इससे शारीरिक क्षमता और जीवनकाल बढ़ोतरी में भी मदद मिलती है।

स्वास्थ्य फायदे के विभिन्न दावों के लिये कीटोजेनिक भोजन ने लोकप्रियता हासिल की है लेकिन वैज्ञानिक अब भी इस बात का पता लगा रहे हैं कि कीटोसिस के दौरान क्या होता है जब कार्बोहाइड्रेट को ग्रहण करना इतना कम हो जाता है कि शरीर ग्लूकोज को ऊर्जा के मुख्य स्रोत के तौर पर इस्तेमाल करना छोड़कर वसा को गलाना शुरु कर देता है और ऊर्जा के लिये कीटोंस बनाने लगता है।

अमेरिका में कैलिफोर्निया डेविस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने चूहों को तीन समूहों में बांटा : एक नियमित चूहा जो उच्च कार्बोहाइड्रेट आहार पर रखा गया, एक को कम कार्बोहाइड्रेटाउच्च वसा आहार पर रखा गया और एक को कीटोजेनिक आहार पर (कुल कैलोरी ग्रहण करने का 89-90 फीसदी)।

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पहले इस बात को लेकर चिंता थी कि ज्यादा वसा वाले आहार से वजन बढ़ जायेगा और जीवनकाल कम होगा, शोधकर्ताओं ने प्रत्येक आहार के लिये कैलोरी की मात्रा एक जैसी ही सुनिश्चित की थी।

शोधकर्ताओं ने अध्ययन में पाया कि चूहे के औसत जीवनकाल में महत्वपूर्ण इजाफा करने के साथ ही कीटोजेनिक भोजन से याद्दाश्त और क्षमता तथा समन्वय में भी बढ़ोतरी हुई। इसके साथ ही उम्र के साथ दिखने वाली निशानियों की रोकथाम भी हुई। इसका ट्यूमर के आकार पर भी असर पड़ता है।

अमेरिका में कैलिफोर्निया डेविस विश्वविद्यालय के आहार विशेषज्ञ जॉन रामसे ने कहा, “इस मामले में हम जिन चीजों को देख रहे थे वे इंसानों में होने वाली चीजों से बहुत ज्यादा अलग नहीं हैं।”

यह अध्ययन दर्शाता है कि कीटोजेनिक आहार का जीवन और स्वास्थ्य पर अहम प्रभाव हो सकता है बिना ज्यादा वजन घटाये या खाने-पीने पर पाबंदी लगाये। यह अध्ययन सेल मेटाबॉलिज्म नाम के जर्नल में प्रकाशित किया गया था।

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