लखनऊ। खरपतवारों को कीटों से नुकसान के लिए किसान कई तरह के पेस्टीसाइड का इस्तेमाल करता है जिससे फसल और फलों को कोई नुकसान न पहुंचे। इन्ही पेस्टीसाइड में एक नाम है नुवान। ये ऐसा पेस्टीसाइड है जिसके सीधे संपर्क में आने से इंसान की भी मृत्यु हो सकती है। जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों से लेकर गाँव तक इस कीटनाशक पेस्टीसाइड का इस्तेमाल फल और मिठाई बेचने वाले कर रहे हैं।
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वजह है मक्खियों और मीठे की वजह से कीड़ों का आना। दुकानदार इस दवा की कुछ बूंदों को एक कागज में डालकर फलों या मिठाई के बीच में रख देते है जिसकी वजह से मक्खियां या अन्य कीट नहीं आते है और जो आते भी हैं वो मर जाते है। इस दवा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सिर्फ इसकी दुर्गंध से कीड़ा मर जाता है।
इस दवा के बारे में हमने कृषि वैज्ञानिक दया श्रीवास्तव से बात की तो उन्होंने बताया कि पेस्टीसाइड की चार कैटेगरी है जिसमें नुवान सबसे खतरनाक पेस्टीसाइड है। उन्होंने बताया कि इसका इस्तेमाल बागों में या खेतों में लगने वाले फलों को कीटों से बचाने के लिए किया जाता है। जब उनसे दुकानदारों की इस तरकीब के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया यह कि बहुत ही खतरनाक है और इस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
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इंसानों में हो सकती है ये बीमारी
नुवान के संपर्क में आने से इंसानों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है। इसके अलावा लिवर में संक्रमण, किडनी भी फेल हो सकती है। इतना ही नहीं अगर इसकी कुछ मात्रा शरीर के अंदर चली जाए तो उसकी मृत्यु हो सकती है।
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