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सेहत की रसोईः दखनी मिर्च वाला मसाला दूध बनाने की विधि और फ़ायदे

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सेहत की रसोई यानि बेहतर सेहत आपके बिल्कुल करीब। हमारे बुजुर्गों का हमेशा मानना रहा है कि सेहत तंदुरुस्ती के सबसे अच्छे उपाय हमारी रसोई में ही होते हैं। इस कॉलम के जरिए हमारा प्रयास है कि आपको आपकी किचन में ही सेहतमंद बने रहने के व्यंजन से रूबरू करवाया जाए। सेहत की रसोई में इस सप्ताह हमारे मास्टर शेफ भैरव सिंह राजपूत इस बार पाठकों के लिए ला रहे हैं, ‘दखनी मिर्च वाला मसाला दूध’ इस रेसिपी के खास गुणों की वकालत करेंगे हमारे अपने हर्बल आचार्य यानि डॉ दीपक आचार्य।

दखनी मिर्च वाला मसाला दूध

आवश्यक सामग्री

  • 50 ग्राम दखनी मिर्च (व्हाइट पेपर) 
  • 50 ग्राम बारीक सौंफ 
  • 50 ग्राम मिसरी या मिश्री या साधारण शक्कर
  • 200 ग्राम बादाम
  • 250 मिली दूध 

विधि

दखनी मिर्च, बारीक सौंफ  और बादाम को धूप में करीब 3 घंटों तक रख दीजिए। बाद में इन्हें मिसरी या शक्कर की बताई गई मात्रा के साथ मिक्सर में ग्राइंड करके पाउडर तैयार कर लें। इस पाउडर को दूध मसाला कहा जाता है। इस मसाले को किसी एयर टाइट कंटेनर में स्टोर करके रख दीजिए। प्रतिदिन सुबह एक गिलास ठंडे दूध में इस मसाले की एक चम्मच मात्रा डालकर अच्छी तरह से घोलकर पीने से आपको आनंद आ जाएगा। आपकी शारीरिक स्फूर्ति और ताजग़ी के लिए ये बहुत खास ड्रिंक है।

खजूर दूध वाली सुबह की खुराक 

आवश्यक सामग्री

  • 5 सूखे खजूर या खारिक
  • 250 मिली गाय का दूध
  • 30 मिली शहद

विधि

इसे तैयार करने के लिए शाम का वक्त सबसे बेहतर होता है ताकि अगली सुबह इसका सेवन किया जा सके। खजूर को अच्छी तरह से साफ  कर लीजिए, एक उबाल आने तक इन खजूर को दूध में उबाल लें। दूध को चूल्हे से उतारकर ठंडा होने दें और बाद में इसे रातभर के लिए फ्रिज में ठंडा कर लीजिए। सुबह ठंडे दूध में से खजूर निकाल कर इनके बीजों को अलग कर दें। बाद में बीज रहित खजूर को फिर से दूध में डालकर दूध को एक बार और उबाल लें। आंच से अलग करके इसे किसी बर्तन में ले आइये। जैसे ही दूध ठंडा होने लगे इसमें शहद मिला दिया जाए और सुबह-सुबह नाश्ते के साथ इसका आनंद भी लिया जाए। सेहत के हिसाब से इसकी क्या खासियत है वो तो आपके और हमारे हर्बल आचार्य ही बताएंगे परंतु इसके स्वाद के आनंद की गारंटी तो मैं दे ही सकता हूं।

क्या कहते हैं हर्बल आचार्य 

बहुत खूब रेसिपी हैं ये दोनों। दूध के गुणों को दुनिया जानती है और इनकी पैरवी करने की जरूरत भी नहीं है। भैरव की पहली रेसिपी में दखनी मिर्च का जिक्र है जिसमें बड़े खास एंटीऑक्सिडेंट रसायन पाए जाते हैं। इसी रेसिपी में बादाम का भी जिक्र है जिसे मस्तिष्क को ठंडक देने वाला माना जाता है। बादाम याददाश्त बेहतरी के लिए आयुर्वेद के जानकारों द्वारा अक्सर प्रचारित भी किया जाता है। बादाम बालों की सेहत भी दुरुस्त करता है। सौंफ  को हर्बल जानकार आंखों की रौशनी बेहतर करने वाला मानते हैं। भैरव की दूसरी रेसिपी में खजूर और शहद का जिक्र है। खजूर और शहद का मिश्रण वैसे भी शारीरिक दुर्बलता दूर करने के लिए बेहद कारगर है। जानकार लोग इसी तरह के दूध को अस्थमा के लिए भी बेहद गुणकारी मानते हैं। कुलमिलाकर ये तो तय है कि ये दोनो पेय आपकी सेहत को तगड़ी करने में बेहद कारगर हैं। तो अब देर किस बात की, चलिए तैयारी की जाए यह खास रेसिपी।

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