लखनऊ। क्या गोरा करने वाली फेयरनेस क्रीम सच में गोरा करती है? बाल न झड़ने की गारंटी देने वाले प्रोडक्ट क्या सच में आपके बालों को बचा पाते हैं? क्या बिना जांचे परखे इनका इस्तेमाल करना ठीक है ? क्या ये प्रोडक्ट बड़ी बीमारी को न्योता दे रहे हैं ? इन्हीं सवालों को लेकर इंडियन एसोसिएशन आफ डर्मेटोलॉजिस्ट वेनेरियोलॉजिस्ट एंड लेप्रोलॉजिस्ट (आईएडीवीएल) के सदस्य ‘स्किन सफर रथ के जरिए’ लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
चर्म रोगों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिये इंडियन एसोसिएशन आफ डर्मेटोलॉजिस्ट वेनेरियोलॉजिस्ट एंड लेप्रोलॉजिस्ट (आईएडीवीएल) ने एक स्किन सफर यात्रा शुरु की है। इसके तहत एक वाहन में दोनों ओर एलईडी लगी हैं, जिसमें त्वचा रोग व इसके बचाव से संबंधित डॉक्युमेंट्री फ़िल्म चल रही है। यह गाड़ी 21 दिसंबर 2018 को नई दिल्ली से शुरू हुई है जो 60 दिनों में 18 राज्यों और 11000 किमी का सफर तय कर दिल्ली पहुंचेगी।
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आईएडीवीएल के सदस्य डॉक्टर अबीर ने बताया, ” 16 फरवरी को स्किन सफर रथ लखनऊ आएगा। यह रथ केजीएमयू, एरा मेडिकल कॉलेज और 1090 चौराहे पर लोगों को जागरूक करेगा। इसमें शहर के चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल रहेंगे, जो लोगों को बीमारी व इसके बचाब से जुड़े सवालों का जवाब देंगे।”
” ऐसी कोई क्रीम नहीं है जो किसी को गोरा बना दे। फेयरनेस क्रीम के कई नुकसान भी होते हैं। अलग अलग क्रीमों का त्वचा पर अलग- अलग प्रभाव होता है। वहीं बालों का झड़ना रोकने का दावा करने वाले उत्पादों का बाज़ार तेज़ी से बढ़ रहा है। ये भी सच है कि ये उत्पाद त्वचा के लिए बेहद ख़तरनाक होते हैं। ” ये कहना है लखनऊ के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. अबीर सारस्वत का।
डॉक्टर सारस्वत ने बताया,” आजकल युवाओं खासकर युवतियों में गोरा दिखने कि इतनी चाहत है कि इसके लिए बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी सस्ती-महंगी क्रीम लगाने के लिए तैयार हो जाती हैं। लेकिन उन्हें नहीं पता होता है कि फेयरनेस क्रीम के कई नुकसान भी होते हैं। ज्यादातर फेयरनेस क्रीम में स्टेरॉइड्स की अधिक मात्रा होती है, जिसका नकारात्मक असर चेहरे पर पड़ता है। लेकिन अधिकांश लोगों को इन बातों की जानकारी नहीं होती है।”
,बाल झड़ने से रोकना, चेहरे पर लगाने वाली क्रीम के साइड-इफेक्ट,कुष्ठ रोग, ल्यूकोडर्मा, सोरियासिस आदि चार्म रोगों के संबंध में सही एवं आवश्यक जानकारी दी जाएगी। इस रथ का उद्देश्य लेप्रोसी,सफेद दाग व अन्य चर्म रोगों के प्रति लोगों को जागरूक करना, साथ ही इनसे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना है।
इन समस्यों का मिलेगा समाधान
– त्वचा को स्वस्थ्य रखने का तरीका
– बालों को झड़ने से रोकने का तरीका
– फेयरनेस क्रीम के साइड-इफेक्ट
– कुष्ठ रोग का लक्षण और इसका इलाज
– ल्यूकोडर्मा और सोरियासिस की सही जानकारी
– लेप्रोसी और सफेद दाग के लक्षण और इसका इलाज
– चर्म रोगों के प्रति लोगों को जागरूक करना
सीएसई की एक रिपोर्ट के अनुसार बहुत सारी बड़ी कंपनियों के कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में हैवी मेटल जैसे अर्सेनिक, कैडमियम, लेड, मरकरी, निकेल आदि पाए गए हैं। ये वो मेटल हैं, जो शरीर से लंबे समय तक टच में रहें, तो कैंसर और त्वचा संबंधी अन्य समस्याओं को बढ़ा सकते हैं।
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