गर्मियों का मौसम आते ही कई तरह की बीमारियां जैसे फूड प्वायजनिंग, पानी की कमी, गैस्ट्रो एंट्राइटिस, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शंस, सन स्ट्रोक और संक्रमण आदि की दिक्कतें बढ़ जाती हैं। कई बार मौसम में तेजी से होने वाले बदलाव अस्थमा के रोगियों के लिए भी जी का जंजाल हो जाते हैं।
गर्मियों में अपनी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना जरूरी हो जाता है। लखनऊ के जनरल फिजिशियन डॉ एमए खान का कहना है, इस मौसम में सबसे ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है, खान पान में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत होती है। साफ पानी पीना तथा बाजार में कटे हुए बिकने वाले फलों के सेवन से बचें। साफ-सफाई का ध्यान रखना और हाथों को धोना आपको संक्रमण से दूर रखता है।”
गर्मियों में घूमने फिरने और यात्राओं के दौरान सावधानियां बरतना और अपने साथ एमरजेंसी मेडिसिन रखना बहुत सहायक हो सकता है। यात्रा करने वालों के अतिरिक्त जो लोग अधिक समय तक सड़क पर वाहन द्वारा आते-जाते हैं उनके लिए भी यह काफी खतरनाक हो सकता है। जिन लोगों में ऐसी बीमारियों का अधिक खतरा होता है उनमें गर्भवती महिलाएं, वृद्ध, बच्चे तथा कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग शामिल हैं। इन लोगों को खास ध्यान रखने की जरूरत है।
व्यायाम देगा गर्मी से राहत
- गर्मी और उमस में किया गया थोड़ा सा व्यायाम भी शरीर को थका देता है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि व्यायाम छोड़ दें। इसके लिए ज्यादा पसीना बहाने वाले व्यायाम की जगह हल्के और आसान व्यायाम करें। ध्यान योग और प्राणायाम करें।
- गर्मी के मौसम में व्यायाम करने में सावधानी बरतनी चाहिए। व्यायाम के समय कपड़ों का चयन और खान पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
- जिम में व्यायाम करते समय सूती कपड़े ही पहनने चाहिए और दोपहर में कभी व्यायाम ना करें।
- व्यायाम के दौरान थोड़ा थोड़ा पानी या नींबू पानी लेते रहना चाहिए। ग्लूकोज मिश्रित जल का उपयोग बहुत अच्छा होता है।
खान पान का कैसे रखें ध्यान
- गर्मी के मौसम में दिनभर में कम से कम 10 से 15 गिलास पानी अवश्य पिएं और पानी पीने में कोताही ना बरते क्योंकि इस मौसम में पानी पसीने के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है। शरीर में पानी की कमी ना होने पाए इसलिए पानी का अत्यधिक उपयोग जरुरी है।
- गर्मी में तली हुई या मसालेदार चीजे कम खाना सेहत की लिए फायदेमंद होता है। खाने में भी ज्यादा नमक ना लें नमकीन, मूंगफली, तले हुए पापड़ चिप्स और तेल में तले हुए पदार्थ कम से कम खाने चाहिए।
- गर्मी में फल शरीर के लिए वरदान है। आम और सेब का रस अतिरिक्त लाभ पहुंचाता है। जलजीरा, कच्चे आम का पन्ना एवं रस, प्याज, दही शीतलता देने के साथ साथ लू से भी बचाते हैं।
- धनिये को भिगो लें फिर उसे अच्छी तरह मसल लें और छानकर उसमे थोड़ी से शक्कर मिला लें। इसे पीने से गर्मियों में राहत मिलती है।
- इमली के बीजों को पीसकर उसे पानी में घोलकर कपड़े में छान लें। इस पानी में शक्कर मिलाकर पीने से गर्मी में राहत मिलती है।
- बेल का शर्बत गर्मी के लिए उत्तम माना जाता है और ये गर्मी में मोटापा घटाने में भी सहायक होता है।
- नारियल में प्रचुर मात्रा में पौष्टिक तत्व होते हैं और गर्मी में इसका सेवन सबसे अच्छा होता है।
- नींबू की शिकंजी गर्मी में सबसे अच्छा पेय है इसे घर पर आसानी से तैयार किया जा सकता है।
- पुदीने में प्राकृतिक रूप से पिपरमिंट पाया जाता है इसलिए गर्मी में यह ठंडक देने वाला है। लू, बुखार, शरीर में जलन और गैस की तकलीफ को दूर करता है।
- गर्मी के मौसम में जीरा-नमक डालकर छाछ पीना बहे फायदेमंद होता है यह पाचन तन्त्र को दुरुस्त रखता है और उल्टी से बचाता है।
- इस मौसम में हरी सब्जियों जैसे ककड़ी, तुरई, लौकी, कमल ककड़ी का खूब सेवन करें क्योंकि इसमें जलीय अंश की अधिकता होती है और इससे शरीर शीतल रहता है।