लखनऊ। बदलते मौसम के कारण बच्चों की परेशानियां बढ़ गई हैं। अस्पतालों में बुखार और निमोनिया के मरीजों की संख्या में अचानक से इजाफा हो गया है। ऐसे में थोड़ी सी सावधानी रखकर आप अपने लाडले को बीमार होने से बचा सकते हैं। डॉ. राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय, लखनऊ के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओमकार यादव से विशेष बातीचीत…
प्रश्न: बदलते मौसम में बच्चों को कौन-कौन सी बीमारियों की संभावना होती है ?
उत्तर: बदलते मौसम में बच्चों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। कई बार देखने में आता है कि माता-पिता की लाख देखरेख के बवजूद बच्चे बीमार पड़ जाते हैं। ऐसे में गर्मी में होने वाली आम बीमारियों और उससे बचाव के उपाय मालूम होने चाहिये। इस मौसम में मच्छर जनित बीमारियों के होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है।
मच्छरों के काटने से मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियां पनपने लगती हैं। पानी से सम्बंधित रोग जैसे टाइफाइड, डायरिया और पीलिया भी इस मौसम में बच्चों को अधिक परेशान करते हैं। पानी की कमी से बच्चों में उल्टी, दस्त जैसी परेशानियां बढ़ जाती हैं।
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प्रश्न: गर्मी के मौसम में खाने में क्या-क्या देना चाहिए और क्या नहीं ?
उत्तर: गर्मी में मक्खियों द्वारा संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है, इसलिए बाहर के खाने से बिल्कुल बचना चाहिए। बाहर की तली-भुनी चीजों से परहेज करना चाहिए। कई बार लोग गन्ने और फलों का जूस पिलाते हैं, उनका मानना है कि यह बच्चे के लिए फायदेमंद रहेगा। लेकिन अक्सर देखने में आता है कि बाहर का जूस पीकर बच्चा बीमार पड़ गया, क्योंकि वह जूस हाइजेनिक नहीं था।
ठेले पर बिकने वाले जूस को पीने से बचना चाहिए, क्योंकि वे साफ-सफाई का विशेष ध्यान नहीं रखते हैं। अक्सर लोग गन्ने का रस ठेले पर पीते हैं। अमूमन देखने में आता है कि पहले से छिले गन्ने रखे रहते हैं, जिनपर मक्खियां बैठी रहती हैं। इस रस को पीने से कई तरह के बैक्टीरिया पेट तक चले जाते हैं और बच्चे बीमार हो जाते हैं।
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इन बातों का रखें ध्यान
– साफ और ताजा पानी दें
– बाजार का कुछ मत खाएं
– बच्चों को हल्के और ढीले कपड़े पहनाए
– बच्चे को बार-बार पानी पिलाएं
– नारियल का पानी दें
– खाना फाइबर युक्त होना चाहिए
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– ताजे फल खिलाएं
– हल्का भोजन खिलाएं
– बच्चे को धूप में ना निकलने दें
– खिड़की दरवाज़े में पर्दे लगाकर रखें
– मसालेदार और तली – भुनी चीज़े ना खिलाएं
– बाहर निकलने पर सिर को जरूर ढक लें
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प्रश्न: बच्चों को लू लगने पर क्या करना चाहिए ?
उत्तर: इस मौसम में बच्चों को लू लगने की संभावना सबसे ज्यादा रहती है। लू लगने पर बच्चे का शरीर तपने लगता है। शरीर लाल हो जाता है साथ ही बुखार भी आ आता है। लू लगने पर बच्चे को किसी ठंड वाली जगह पर ले जाना चाहिए। फिर उसे पानी से नहलाना चाहिए। बच्चे को तुरंत ओआरएस का घोल देते रहें, जिससे शरीर में पानी की कमी न होने पाए।
स्थिति में सुधार नहीं होने पर डॉक्टर से मिलना चाहिए। एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे के बीमार होने पर खुद से कोई दवा न दें, डॉक्टर की सलाह पर दवाई देनी चाहिए।
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