शाम के समय करें पौधों की रोपाई
गाँव कनेक्शन 12 Jun 2016 5:30 AM GMT

लखनऊ। मानसून आने के साथ ही जून-जुलाई के महीने में नए पौधे लगने शुरू हो जाते हैं, अगर किसान पहले से ही सही तैयारी करें तो अच्छे से बागवानी लग जाती है।
केन्द्रीय उपोष्ण एवं बागवानी संस्थान के कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुभाष चन्द्रा बताते हैं, “पौधा गड्ढे में उतनी गहराई में लगाना चाहिए जितनी गहराई तक वह नर्सरी, गमले में या पॉलीथीन की थैली में था। अधिक गहराई में लगाने से तने को हानि पहुंचाती है, कम गहराई में लगाने से जड़ें मिट्टी के बाहर जाती है।
मलिहाबाद में पौधों की नर्सरी चलाने वाले राशिद अहमद कहते हैं, “जून के आखिर में ही हमारे यहां से पौधों की बिक्री शुरू हो जाती है, प्रदेश के साथ ही दूसरे प्रदेश के बागवान भी यहां से पौधे ले जाते हैं।”
डॉ. सुभाष चन्द्रा आगे कहते हैं, पौधा लगाने के पहले उसकी अधिकांश पत्तियों को तोड़ देना चाहिए लेकिन ऊपरी भाग की चार-पांच पत्तियां लगी रहने देना चाहिए। पौधों में अधिक पत्तियां हने से वाष्पोत्सर्जन अधिक होता है, पानी अधिक उड़ता है।
पौधा उतने परिमाण में भूमि से पानी नहीं खींच पाता क्योंकि जड़े क्रियाशील नहीं हो पाती है। अतः पौधे के अन्दर जल की कमी हो जाती है और पौधा मर भी सकता है। जोड़ की दिशा दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर रहना चाहिए।
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