शिक्षा के गिरते स्तर पर शिक्षा मंत्री नाराज

Vinay GuptaVinay Gupta   30 Dec 2015 5:30 AM GMT

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शिक्षा के गिरते स्तर पर शिक्षा मंत्री नाराजगाँव कनेक्शन

लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग के कैबिनेट मंत्री अहमद हसन ने पहली बार अपने सहयोगी बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री कैलाश चौरसिया और बेसिक शिक्षा विभाग से संबंधित समस्त अधिकारियों व प्रदेश के समस्त जिलों के डायट प्राचार्यो के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में बेसिक शिक्षा विभाग के दिनों दिन गिरते शिक्षा स्तर पर उन्होंने नाराजगी जताई और सुधार के लिए कई अहम दिशा निर्देश भी दिए। 

मंगलवार को हुई बैठक में उन्होंने प्राइमरी के शिक्षकों की कार्यप्रणाली पर अफसोस जताते हुए कहा, ''सरकार द्वारा अच्छा वेतन, अच्छी ट्रेनिंग व घर के पास पोस्टिंग की सुविधा मुहैया कराये जाने के बावजूद न तो शिक्षक अपनी जिम्मेदारियों का सही से निर्वाहन कर रहे हैं और न ही डायट पर ही उन्हें अपनी जिम्मेदारियों से सही से रूबरू कराते हुए उन्हें अच्छी ट्रेनिंग दी जा रही है।" उन्होंने कहा कि अगर डायट प्राचार्य उन्हें उनकी उपस्थित के बिना घर बैठे उनकी ट्रेनिंग पूरा कराकर फर्जीवाड़ा बंद कर उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित कराकर उन्हें अच्छी ट्रेनिंग दे तो बेसिक शिक्षा विभाग की तस्वीर बदल सकती है। हम आपकी हर समस्याओं का ख्याल रखेंगे।

सचिव बेसिक शिक्षा आशीष गोयल ने कहा कि डायट प्राचार्य की पोस्टिंग को आमतौर पर पनिशमेंट पोस्टिंग का पद माना जाता है। ऐसा नहीं होना चाहिए क्योंकि डायट प्राचार्य का पद बहुत महत्वपूर्ण होता है। डायट में घुसते ही बुझा-बुझा सा माहौल और गुटबाजी की बू आती है जो नहीं होना चाहिए। बीएसए की जगह डायट प्राचार्य के पद पर पोस्टिंग कर दिए जाने से ज्यादातर डायट प्राचार्यों व बीएसए में आपसी मतभेद  के कारण डायट प्राचार्यों में उत्साह की जगह उदासी दिखने की बात सामने आती है। यह स्थिति ठीक नहीं है, शासन डायट प्राचार्यों को काफी महत्वपूर्ण मानता है और भविष्य में इस पद का कद बढ़ने वाला है। 

सरकारी स्कूलों में होगा यूनिट टेस्ट

बेसिक शिक्षा सचिव आशीष गोयल ने कहा कि बेसिक शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर ही बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में भी विधिवत यूनिट टेस्ट कराकर छात्रों व इस टेस्ट के जरिये बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के कार्यों का भी न सिर्फ मूल्यांकन कराया जायेगा बल्कि इस दौरान कक्षा 6, 7, 8 में पोषण, स्वास्थ्य व सफाई से जुड़ा एक अतिरिक्त चैप्टर जोड़ा जायेगा। इसके साथ ही प्राइमरी के छात्रों में भी फोटो के माध्यम से पोषण, स्वास्थ्य और सफाई के प्रति जागरूकता बढ़ाने की सामग्री भी जोड़ी जायेगी। इसके अलावा शैक्षिक सत्र 2016-17 की किताबों का कंटेंट जल्द ही डिजाइन किया जायेगा और कंटेंट में  व्यापक बदलाव किये जायेंगे। इसके साथ ही प्रदेश के 75 डायट संस्थानों के प्राचार्यों की रिसर्च राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय जनरलों पर प्रकाशित होने पर उन्हें सम्मानित भी किया जायेगा।

 

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