स्मार्टफोन से जुड़ी छह गलत धारणाएं

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स्मार्टफोन से जुड़ी छह गलत धारणाएंgaonconnection

लखनऊ। स्मार्टफोन इस्तेमाल करते समय हमारे मन में उसे लेकर कई तरह की गलत धारणाएं होती हैं जिसे हम सच मानते हैं। ये धारणाएं उसकी बैटरी से लेकर, कैमरे, ऐप्स और कई दूसरी चीजों को लेकर होती है। आज इन धारणाओं से परे हम आपको सच्चाई से रू-ब-रू करा रहे हैं-

धारणा - ज्यादा मेगापिक्सल से ज्यादा बेहतर फोटोग्राफी होती है

सच्चाई- अगर आपको लगता है कि ज्यादा मेगापिक्सल होने से पिक्चर क्वालिटी बेहतर होती है तो यह आपकी गलत धारणा है। ज्यादा मेगापिक्सल किसी फोटो को बड़ी शीट पर प्रिंट करने के लिए यूजफुल होता है। फोटो की इमेज क्वालिटी कैमरे की शटर स्पीड और अपर्चर पर निर्भर करती है, न कि मेगापिक्सल पर।

धारणा- स्क्रीन को स्क्रैच से बचाने के लिए स्क्रीन प्रोटेक्टर लगाना जरूरी है

सच्चाई- स्क्रीन को स्क्रैच से बचाने के लिए हम फोन में स्क्रीन प्रोटेक्टर/ स्क्रीन गार्ड लगाते हैं लेकिन अब लगभग सभी स्मार्टफोन कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास और स्क्रीन प्रोटेक्शन टेक्नोलॉजी के साथ आते हैं जो कि स्क्रीन को प्रोटेक्ट करने में योग्य हैं।

धारणा- ऐप्स बंद करने से फोन की परफॉर्मेंस बढ़ जाती है

सच्चाई- ये सच नहीं है। हाल ही में इस्तेमाल की गई ऐप्स बैकग्राउंड में नहीं चल रहे होते हैं बल्कि वो रैम में स्टोर होते हैं ताकि आप फिर से उनका इस्तेमाल करना चाहें तो तुरंत से उन पर जा सकें इसलिए रिसेंटली यूज्ड ऐप्स को बंद करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वे आपके फोन की परफॉर्मेंस पर कोई नाकारात्मक असर नहीं डालते। हां अगर ऐप्स बहुत सारे हैं तो जरूर फोन पर असर पड़ेगा।

धारणा- चार्जिंग के दौरान फोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए

सच्चाई- ये एक गलत धारणा है कि स्मार्टफोन का इस्तेमाल चार्जिंग के दौरान करने से वे या तो बहुत ज्यादा गर्म हो जाता है या फिर बर्स्ट हो जाता है। फोन अगर जरूरत से ज्यादा गर्म हो रहा है तो इसमें फोन के हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर की समस्या हो सकती है। चार्जिंग के दौरान फोन का इस्तेमाल करने से इतनी ज्यादा परेशानी नहीं होती है।

धारणा- पूरी रात चार्ज करने से खराब होती है बैटरी

सच्चाई -पूरी रात मोबाइल चार्जिंग पर रहने से बैटरी में कोई फिजिकल डैमेज नहीं होता है। हालांकि, बैटरी लाइफ बढ़ाने के लिए उसे 80 प्रतिशत तक ही चार्ज किए जाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, स्मार्टफोन इतना स्मार्ट होता है कि वो फुल चार्ज होने के बाद करेंट रिसीव करना बंद कर देता है।

धारणा- लोकल चार्जर से चार्ज करने से बैटरी ब्लास्ट हो जाती है 

सच्चाई- स्मार्टफोन बैटरी में ब्लास्ट होने के कई कारण हो सकते हैं। इनमें लोकल चार्जर का हाथ नहीं होता। जब तक चार्जर ठीक से काम कर रहा है, बैटरी को कोई नुकसान नहीं होगा, फिर चाहे चार्जर किसी भी कंपनी का हो। ऑरिजनल चार्जर भी अगर खराब हों तो स्मार्टफोन बैटरी खराब हो सकती है।

 

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