सभी राज्यों में रिलीज होगी ‘पद्मावत’
Anusha Mishra 18 Jan 2018 12:10 PM GMT
संजय लीला भंसाली की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म ‘पद्मावत’ 25 जनवरी को सभी राज्यों में रिलीज होगी। गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और गुजरात कई राज्यों में बैन लगा दिया गया था। लेकिन अब सभी राज्यों में पद्मावत फिल्म रिलीज होगी।
पांचवें संशोधन के बाद फिल्म को सेंसर बोर्ड की हरी झंडी मिली।लेकिन कई राज्यों ने इसे बैन कर दिया गया था। पद्मावत' फिल्म 16वीं सदी के सूफी कवि मलिक मुहम्मद जायसी के महाकाव्य ‘पद्मावत’ और राजपूत रानी पद्मावती पर आधारित है। पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच रुमानी सपने के दृश्य को लेकर फैली अफवाहों के बाद विभिन्न राजपूत एवं अन्य संगठनों ने इतिहास से छेड़छाड़ और जन भावनाओं से खिलवाड़ का आरोप लगाते हुए राजस्थान सहित देश के अन्य हिस्सों में फिल्म के विरोध में प्रदर्शन शुरू कर दिया था। लेकिन अब यह फिल्म सभी राज्यों में रिलीज होगी।
फिल्म सेट पर तोड़फोड़ से लेकर दीपिका पादुकोण को मौत की धमकी तक, फिल्म निर्माताओं को इसे रिलीज़ कराने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा। वैसे तो इस फिल्म का शुरू से ही विवादों से नाता रहा लेकिन सोशल मीडिया पर फिल्म का ट्रेलर जारी किए जाने के बाद से विवाद और बढ़ गए, पहले ये फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज़ होनी थी लेकिन इस पर चल रहे टकराव के कारण इसे बढ़कार 25 जनवरी किया गया।
लेकिन ‘पद्मावत’ अभी भी ख़तरों से बाहर नहीं आई है क्योंकि करणी सेना अभी भी फिल्म पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगवाने पर अड़ी है लेकिन इस सब से बचने के लिए फिल्म निर्माताओं ने एक पूरे पेज का डिस्क्लेमर कुछ अख़बारों में छपवाया है। उन्होंने डिस्क्लेमर में छपवाया -
फिल्म के निर्माताओं ने विज्ञापन में इन सात बातों का स्पष्टीकरण दिया है -
- फिल्म महाकाव्य 'पद्मावत' पर आधारित है, जिसकी रचना सूफी कवि मलिक मोहम्मद जायसी ने की थी, जो कल्पना पर आधारित है।
- फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी व रानी पद्मावती के बीच कोई दृश्य नहीं फिल्माया गया है।
- हमने यह फिल्म राजपूतों की वीरता, विरासत व साहस की प्रसिद्धि के लिए बनाई है।
- फिल्म रानी पद्मावती को पूरे सम्मान के साथ प्रदर्शित करती है और किसी भी तरीके से उनके चरित्र या उनकी छवि को धूमिल नहीं करती है।
- फिल्म को सीबीएफसी द्वारा सिर्फ पांच संशोधनों के साथ मंजूरी दी गई और इसे भारत में यू/ए प्रमाण-पत्र के साथ आधिकारिक रूप से स्वीकृति दी गई है।
- फिल्म में आगे कोई कट या संशोधन नहीं है।
- हम सरकारी अधिकारियों, सीबीएफसी, फिल्म बिरादरी और अपने प्रशंसकों के समर्थन के लिए उनके अभारी हैं।
जैसे ही लोगों ने इस विज्ञापन पर ध्यान दिया, सोशल मीडिया पर हल्ला मच गया। बड़े और छोटे पर्दे के सितारे इस मुद्दे पर एक साथ आ गए। उन्हें ये लोकतंत्र पर ख़तरे जैसा लग रहा है। कई सिलेब्रिटीज ने इस विज्ञापन के साथ ट्वीट किया है और आम जनता ने भी उनका साथ दिया है।
डेली सोप 'इश्कबाज़' में शिवाय का किरदार निभाने वाले नकुल मेहता ने ट्वीट किया - सिगरेट की डिब्बी पर वैधानिक चेतावनी मुझे समझ में आती है, लेकिन ये नहीं। मेरे देश में कला के लिए कोई जगह नहीं है।
Statutory warning on a cigarette pack, I understand. This, I don't. No place for art in my country.#Padmaavat pic.twitter.com/dazvLQ4ffu
— Nakuul Mehta (@NakuulMehta) January 15, 2018
उनके इस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए गायक और अभिनेता मियांग चैंग ने ट्वीट किया - ये बुरा, बुरा, बुरा है।
This is just sad. Sad sad sad!
— Mister Chang (@MeiyangChang) January 15, 2018
कृतिका कामरा ने लिखा - ये हमारे ऊपर मज़ाक है। ये याद दिला रहा है - एक राष्ट्र के रूप में हमारे नाजुक अहंकार और गलत प्राथमिकताओं की। खुश हूं कि ये पेज एक का विज्ञापन है।
The joke is on us. A reminder of our fragile ego and misplaced priorities as a nation. Glad this is a 1st page ad. #Padmaavat https://t.co/5YN0iKthTR
— Kritika Kamra (@Kritika_Kamra) January 15, 2018
फिल्म प्रदर्शक अक्षय राठी ने ट्वीट किया - हर उस बात की सफाई जो आप जानना चाहते हैं।
Clarifies everything that you want to know. #Padmaavat pic.twitter.com/rFWfXkVLqA
— Akshaye Rathi (@akshayerathi) January 15, 2018
हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनकी सोच इसके विपरीत है। डेडपुल नाम के ट्विटर यूज़र ने लिखा -कुछ भी ग़लत नहीं है। निर्देशक इसे टाल सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और विवाद को ज़ारी रखा।
Nothing wrong.....director could have avoided this....but choose not to and continued the controvercy😐😐
— Dedpul_ (@RealDedpul_) January 15, 2018
More Stories