सफेद हाथी साबित हो रहा मिनी स्टेडियम

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सफेद हाथी साबित हो रहा मिनी स्टेडियमगाँव कनेक्शन

विशुनपुर (बाराबंकी)। लाखों रुपये खर्च कर बनवाये गए मिनी स्टेडियम से क्षेत्र के खिलाड़ियों और लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। स्टेडियम में न तो खेल प्रशिक्षक है और न ही साफ़-सफाई जिससे स्टेडियम केवल सफ़ेद हाथी बना खड़ा है।

देवा ब्लॉक के वैसुवा गाँव में पांच एकड़ के परिक्षेत्र में फैला मिनी स्टेडियम लगभग चार वर्ष पूर्व बनवाया गया था। सरकार की मंशा थी कि इस स्टेडियम से क्षेत्र के युवाओं को खेलने और विभिन्न प्रतियोगिताओं में तैयारी करने में आसानी होगी। इसी के चलते यहां विभिन्न खेल सामग्री के साथ-साथ एक खेल प्रशिक्षक की भी नियुक्त की गई थी। वर्तमान में इस मिनी स्टेडियम में बड़ी-बड़ी घास व झािड़यां लगी हुई है और पूरे परिसर में विभिन्न खेलों के पोल जर्जर होने को हैं। वही कमरे में रखे खेल उपकरण धूल फांक रहे हैं। परिसर में बने भवन का भी कोई पुरसाहाल लेने वाला नहीं है।वैसुवा गाँव के निवासी केसी चौहान बताते है, “जब इस स्टेडयम का निर्माण हुआ था तब से प्रतिदिन स्टेडियम में घूमने जाया करते थे। शाम के समय यहां बहुत अच्छा लगता था, लेकिन इधर दो सालों से इस स्टेडियम में कोई प्रशिक्षक नहीं आया।

इसके अलावा जिस कमरे में जिम का सारा सामान रखा है उसका ताला भी बंद रहता है। जिससे अब स्टेडियम में जाना कम हो गया है।” इसी गाँव के प्रेमचंद्र यादव ने बताया, “स्टेडियम में उपलब्ध खेल उपकरणों से क्षेत्र के युवाओं को जिम जाने के लिए दूर नहीं जाना पड़ता था। तथा पुलिस या फोर्स की तैयारी करने वाले युवाओं को भी काफी आराम था, लेकिन विभाग की उपेक्षा के चलते यह स्टेडियम निरुपयोगी होता जा रहा है।” स्टेडियम के पास ही बसे नई बस्ती गाँव के युवाओं को इस स्टेडियम से बहुत लाभ था, क्योंकि यहां के युवा फोर्स विभाग में ज्यादा है और इसी स्टेडियम में तैयारी करते थे, लेकिन अब उनकी भी संख्या यहां नगण्य हो गयी है। वहीँ स्टेडियम को जाने वाला एकमात्र रास्ता भी काफी जर्जर हो गया है जिससे लोगों को स्टेडियम पहुचने में भी काफी दिक्कत होती है। इस तरह से स्टेडियम में पहुंचने वालों की संख्या धीरे-धीरे कम कम होती जा रही है।

रिपोर्टर - अरुण मिश्रा

 

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