नई दिल्ली। भारतीय महिला हॉकी टीम ने रविवार को फाइनल में जोरदार प्रदर्शन करते हुए चीन को पेनल्टी शूट आउट में 5-4 से मात देते हुए 13 साल बाद एशिया कप का खिताब जीत लिया। भारत ने इससे पहले आखिरी बार ये टूर्नामेंट 13 साल पहले 2004 में नई दिल्ली में जीता था। इस जीत के साथ ही भारत ने 2018 में इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए क्वॉलिफाई कर लिया है। साथ ही महिला टीम ने पुरुष टीम की कामयाबी की बराबरी कर ली है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पिछले महीने ढाका में मलेशिया को 2-1 से हराकर एशिया कप का खिताब जीता था।
पेनल्टी शूटआउट में चीन को दी 5-4 से मात
फाइनल में पहले हाफ में दोनों ही टीमें गोल दागने में नाकाम रहीं। 25वें मिनट में भारत के लिए नवजोत कौर ने पहला गोल दागते हुए बढ़त दिलाई लेकिन चीन की तियानतियान ने 47वें मिनट में बराबरी का गोल दागा। 60 मिनटों के निर्धारित समय के बाद दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर थीं, जिसके बाद फैसला पेनल्टी शूटआउट से हुआ। पेनल्टी शूटआउट में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चीन को 5-4 से मात देते हुए 2009 के एशिया कप में मिली हार का बदला चुकता करते हुए खिताब जीत लिया।
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After a thrilling shootout India clinch GOLD at the 9th Women's #AsiaCup2017 on 5th Nov. #INDvCHN pic.twitter.com/lK4bFPNRtJ
— Hockey India (@TheHockeyIndia) November 5, 2017
जापान में हुए इस एशिया कप में भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही और फाइनल में चीन का मात देते हुए खिताब जीत लिया। इस पूरे टूर्नामेंट में भारतीय टीम चैंपियन की तरह खेली और पूल स्टेज में सिंगापुर को 10-0, चीन को 4-1 से, मलेशिया को 2-0 से, क्वॉर्टर फाइनल में कजाखस्तान को 7-1 से और सेमीफाइनल में मेजबान जापान को 4-1 से रौंदते हुए फाइनल में जगह बनाई थी। भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में 28 गोल दागे।