नई दिल्ली (भाषा)। भारत की स्टार जिम्नास्ट दीपा करमाकर अगले महीने होने वाली एशियाई चैम्पियनशिप में भाग नहीं ले पाएंगी। दरअसल हाल ही में दीपा के घुटने में चोट लगने की वजह से उनके घुटने की सर्जरी की गई है। इस वजह से प्रतियोगिता से बाहर रहेंगी। 18 मई से थाईलैंड में एशियाई चैम्पियनशिप का आगाज हो रहा हैलेकिन दीपा इसमें नज़र नहीं आएंगी। उन्होंने ट्विटर पर भी इसका खुलासा किया है।
दीपा की सर्जरी भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का उपचार करने वाले डॉक्टर अनंत जोशी की देखरेख में की गई। दीपा ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट बनीं थीं जिसकी वजह से वह सुर्खियों में रहीं। वह रियो ओलंपिक खेलों में अपनी प्रतियोगिता में चौथे स्थान पर रहीं थीं। इतना ही नहीं, दीपा ऐसी पहली महिला जिम्नास्ट बनीं थीं जिन्होंने ग्लास्गो 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता था।महान जिमनास्ट नादिया कोमानेकी से निलकर सीखे जिम्नास्ट के गुर इसी दौरान दीपा करमाकर को रूस की महान जिम्नास्ट नादिया कोमानेकी से मिलने का मौका मिला। नादिया ओलंपिक इतिहास में पहली जिम्नास्ट बनीं थीं जिन्होंने 1976 मांट्रियल ओलंपिक में परफेक्ट 10.0 का स्कोर हासिल किया था। नादिया ने दीपा को जिम्नास्ट से जुड़ी कुछ बातें और सुझाव भी दिए।
उन्होंने दीपा को अपने प्रोडुनोवा वॉल्ट में कुछ बदलाव करने का सुझाव दिया। दीपा ने आज यहां पत्रकारों से कहा, “इन्होंने (नादिया) 1976 मांट्रियल ओलंपिक में 10 में से 10 अंक जुटाकर दुनिया में जिम्नास्टिक्स को सम्मान दिलाया। मुझे उनसे बैठकर बात करने का मौका मिला। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि अगर मैं अपनी प्रोडुनोवा वॉल्ट में कुछ बदलाव करूं तो यह बेहतर होगा उन्होंने अच्छी टिप्पणी की और मैं उनसे मिलने के लिए उत्साहित थी।”
2018 एशियाई खेल और 2020 ओलंपिक है दीपा का लक्ष्य
उनके लक्ष्य के बारे में पूछने पर दीपा ने कहा, “2020 ओलंपिक और 2018 एशियाई खेल भी हैं। मेरे कोच ने 2020 खेलों के लिए रोडमैप बनाया है लेकिन मुझसे इसकी चर्चा नहीं की है। फिर भी हमारा मुख्य लक्ष्य वॉल्ट ही होगा। भारत से बाहर जाने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यहां भी सुविधाएं उपलब्ध हैं।” सभी को हैलो, एक अपडेट है। मैं हाल में अभ्यास के दौरान चोटिल हो गई थी जिसके लिए सर्जरी कराई। रिहैबिलिटेशन शुरू हो गया है और मैं जल्द ही वापसी करूंगी।