लखनऊ। वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत विश्वकप में अपना छठा मुकाबला मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर गुरुवार को खेलेगा। वेस्टइंडीज एक ऐसी टीम है, जिसका हर एक खिलाड़ी लंबे हिट्स लगाने में माहिर है। इसका एक नजारा न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में देखने को मिला। भले ही वेस्टइंडीज ने वह मैच गंवा दिया, लेकिन अब वो विश्व कप में किसी भी टीम के सेमीफाइनल के रास्ते में रोड़ा अटका सकती है।
अभी तक वर्ल्डकप में भारत और वेस्टइंडीज आठ बार आमने सामने मैच खेल चुके हैं। इसमें 5 बार भारत को जीत मिली है जबकि वेस्टइंडीज 3 बार जीता है। इसमें एक बात महत्वपूर्ण है कि 1983 में कपिल देव की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज को हराकर विश्वकप जीता था। 1983 में मैचेस्टर मैदान पर ही लीग मैच में भारत ने पहले वेस्टइंडीज को 34 रन से हराया था। वेस्टइंडीज 1992 के बाद किसी भी वर्ल्डकप में भारत को हरा नहीं पाया है।
वहीं भारतीय कप्तान विराट कोहली अगर 37 रन बना देते हैं तो वे सबसे कम पारियों में 20 हजार रन बनाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे। इनसे आगे सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा 453 पारियों में संयुक्त रूप नंबर एक पर बने हुए हैं।
इस मैच में सबकी नजर कार्लोस ब्रेथवेट पर भी टिकी होगी। जैसा की बीते मैच में ब्रेथवेट ने न्यूजीलैंड के खेमे में अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से खलबली मचा दी थी। ब्रेथवेट एक ऐसे बल्लेबाज हैं, जो अपने लंबे हिट्स से किसी भी टीम से मैच को वेस्टइंडीज के पाले में कर सकते हैं।
वहीं भारतीय टीम के लिए अच्छी खबर है कि भुनेश्वर कुमार पूरी तरह से फीट हो गए हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम मोहम्मद शमी को टीम में बनाए रखेगी या भुनेश्वर कुमार की टीम में इंट्री होगी।
बीते मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ भारतीय टीम बड़ा स्कोर करने में असफल रही थी। ऐसे में वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम भारतीय टीम कैसी बल्लेबाजी करेगी ये भी देखने वाली बात होगी।
वही क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बुरी खबर है कि मैच के दौरान बारिश की आशंका जताई गई है। इससे पहले भी भारत-न्यूजीलैंड का एक मैच इसी मैदान पर बारिश के कारण रद्द हो गया था।