लखनऊ। कपिल देव का जन्म 6 जनवरी 1955 को चंडीगढ़ में हुआ था। आज वह 58 साल के हो गए। उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने 1983 में वर्ल्ड कप जीतकर पूरे देश को आश्चर्यचकित कर दिया था। इस वर्ल्डकप में कपिल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ विषम परिस्थितियों में नाबाद 175 रन की पारी भी खेली थी।
जानते हैैं कपिल देव के बारे में-
-1982-83 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची में उन्होंने 30 बॉलों में अर्धशतक जमाया था। यह भारत में टेस्ट क्रिकेट में सबसे अर्धशतक का रिकॉर्ड है।
-1986-87 में कानपुर में श्रीलंका के खिलाफ 74 गेंदों में शतक मारकर टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक बनाने वाले पहले भारतीय बने।
-1983 में अहमदाबाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ कप्तान रहते हुए 83 रन देकर 9 नौ विकेट लिए थे।
-भारतीय गेंदबाज के रूप में एक साल में 18 टेस्ट में सबसे ज्यादा 75 विकेट लेने का कीर्तिमान बनाया।
भारत के इतिहास की जब-जब बात होगी, इस लम्हे का ज़िक्र जरूर होगा। हाथ में वर्ल्डकप लेकर गर्व भरी मुस्कान के साथ कपिल देव को उस समय हमने से कई लोगों ने लाइव नहीं देखा होगा लेकिन आज इस फोटो को सब न जाने कितनी बार देख चुके हैं।
– कपिल देव टेस्ट में 300 विकेट लेने सबसे नौजवान खिलाड़ी थे।
– सोलह साल के करियर में कपिल कभी अनफिट नहीं हुए, न ही कभी चोटिल हुए और सभी 131 मैच खेले।
-131 टेस्ट मैच खेलने वाले कपिल देव अपने टाइम पर इकलौते ऐसे आलराउंडर थे जिन्होंने 400 विकेट भी लिए थे और 4000 रन भी बनाए थे।
– अपनी 184 टेस्ट पारियों में कपिल देव एक भी बार रन आउट नहीं हुए।
– भारत की ओर से वन डे में सेंचुरी मारने वाले वो पहले बैट्समैन हैं। 1983 के वर्ल्डकप में ये 175 रन उन्होंने उस वक्त बनाए थे जब भारत के 17 रन पर 5 विकेट गिर चुके थे।
-2008 में उन्हें पंजाब रेजीमेंट में लेफ़्टिनेंट कर्नल की मानद पदवी दी गई थी।
– कपिल देव ने 1975 में पंजाब टीम के खिलाफ हरियाणा टीम में अपना डेब्यू मैच खेला था।
-कपिल देव को अर्जुन अवॉर्ड, पद्मश्री व पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है।
-भारत की ओर से इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक केवल चार गेंदबाज ही हैट्रिक (तीन गेंद पर तीन विकेट) दर्ज कर पाए हैं और कपिल उनमें से एक हैं। कपिल ने वर्ष 1991 में कोलकाता के ईडन गार्डंस में श्रीलंका के खिलाफ वनडे में यह कारनामा किया था।