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… जब 110 मीटर लंबा छक्का लगाने पर हरमनप्रीत कौर के बैट की हुई थी जांच

Harmanpreet Kaur

लखनऊ। 2009 में ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला वर्ल्डकप खेल रही 20 साल की एक लड़की ने जबरदस्त छक्का मारा था। इसकी लंबाई थी 110 मीटर, जिस दौर में लोग वीरेंद्र सहवाग के इतने लंबे छक्के देखने के आदी थे उस दौर में एक महज 20 साल की लड़की का ये रूप देखकर शॉक्ड हो जाना लाजमी था।

बात हो रही है गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आईसीसी वुमन वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल की हीरो हरमनप्रीत कौर की। हरमन के उस छक्के को देखकर डोपिंग टीम को भी आश्चर्य हुआ था और उनका डोप टेस्ट किया गया, बैट की भी जांच हुई।

तब शायद क्रिकेट फैंस सहित विद्वान भी ये बात नहीं जानते थे कि बचपन से ही हरमनप्रीत को लंबे-लंबे छक्कों से लोगों के घरों के शीशे तोड़ती रही हैं। फिर जब मकान मालिक गुस्से में छड़ी लेकर बाहर निकलते तो मासूम हरमनप्रीत को देखकर ताज्जुब में आ जाते थे।

पिता लंबे छक्के चौके लगाने पर डांटते थे

हालांकि उनके पिता हरमन के यूं चौके-छक्के पर डांटते थे। एक इंटरव्यू में हरमन ने कहा था कि उनके पिता उनको छक्के चौके लगाने पर डांटते थे। वह कहते कि जब मैं एक-एक रन बनाते हुए खेल सकती हूं तो ऊंचे शॉट्स खेलने का रिस्क नहीं लेना चाहिए। वे जब भी फ्री होते हैं हम साथ में मैच देखकर उसकी तकनीकी बारीकियों पर चर्चा करते।

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जिसकी हमेशा से रही फैन, वो भी बन गया हरमन का फैन

गुरुवार के मैच में भी हरमनप्रीत कौर का ऐसा ही जबरदस्त रूप हम सबने देखा। एक सधी हुई शुरुआत के साथ 50 पूरा करते ही वह ताबड़तोड़ मूड में आ गईं और सात छक्के, 20 चौके की मदद से 171 रन बना डाले। इस मैच के बाद सोशल मीडिया में उनकी तुलना सहवाग तक से कर दी गई लेकिन कभी हरमन ने भी नहीं सोचा होगा कि जिस खिलाड़ी के हर आर्टिकल को वह इकट्ठा किया करती थी और जब वे टीवी पर आते थे तो एक पल को चैनल नहीं बदलती थी कभी वो ही उनको ही अपना फैन बता देगा।

रोज 30 किमी ट्रेन से यात्रा कर जाती थीं अकेडमी

दाएं हाथ की टॉप ऑर्डर बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर लंबे छक्के मारने के लिए जानी जाती हैं। पंजाब के छोटे कस्बे मोगा में पली-बढ़ीं हरमनप्रीत रोज रेलगाड़ी से 30 किमी यात्रा करते हुए अकेडमी जाती थीं। वह 2014 में मुंबई शिफ्ट हो गईं जहां वे वेस्टर्न रेलवे में नौकरी करती थीं। बड़े शहर में रहना कौर के लिए वाकई किसी चैलेंज से कम नहीं था।

कौर ने भारत के लिए अपना डेब्यू 2009 वर्ल्ड कप में किया था। अपने आठवें वनडे मैच में ही जब भारत का स्कोर इंग्लैंड के खिलाफ 26 रन पर चार विकेट था, हरमन ने 84 रनों का स्कोर बनाया। 2013 में इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने दो सेंचुरी बनाई।

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हरमनप्रीत कौर ने अब तक अपने करियर में 77 वनडे, 2 टेस्ट और 68 टी20 मैच खेले हैं। उन्होंने अब तक 77 वनडे मैचों में 36.55 की औसत से 1974 रन बनाए हैं, जिसमें तीन शतक और नौ अर्धशतक शामिल है। गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई नाबाद 171 रन की पारी उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। दो टेस्ट मैचों में उन्होंने 26 रन बनाए हैं जबकि 68 टी20 मैचों में उन्होंने अब तक 1223 रन बनाए हैं, जिनमें चार अर्धशतक शामिल हैं। सिडनी थंडर्स के साथ जुड़ने के बाद वह बिग बैश में खेलने वाली पहली भारतीय क्रिकेटर हैं।

रहाणे से लेती हैं बैटिंग टिप्स

वह कहती हैं कि अग्रेसिव तो मैं हूं, सब जानते हैं लेकिन लाइफ में थोड़ा संयम भी चाहिए। वह फिर कहती हैं कि विराट को मेरे फेवरिट हैं ही लेकिन रहाणे के संयम और आजादी के साथ मैं खेलना चाहती हूं।

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