मुंबई (भाषा)। मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में ईरानी कप 2017 में शेष भारत गुजरात के बीच 20 से 24 जनवरी के बीच खेले गए मैच में रिधिमान साहा के दोहरे शतक की बदौलत शेष भारत की टीम ईरानी कप अपने नाम कर लिया।
रिधिमान साहा की कैरियर की सर्वश्रेष्ठ 203 रन की पारी की मदद से शेष भारत ने 379 रन का लक्ष्य हासिल करके गुजरात को दो सत्र रहते हराकर ईरानी कप अपने नाम कर लिया। साहा के 203 और कप्तान चेतेश्वर पुजारा के नाबाद 116 रन की मदद से शेष भारत ने छह विकेट बाकी रहते लक्ष्य हासिल कर लिया। साहा कल 123 और पुजारा 83 रन पर खेल रहे थे जबकि टीम का स्कोर चार विकेट पर 266 रन था। दोनों ने आज लंच से एक घंटा पहले 19.1 ओवर में ही जीत सुनिश्चित कर दी। शेष भारत ने पिछले 19 में से 15 बार यह खिताब जीता है।
पुजारा और साहा ने पांचवें विकेट के लिए 78.5 ओवर में 316 रन की साझेदारी की। टूर्नामेंट के इतिहास में यह दूसरी सर्वोच्च साझेदारी है। इससे पहले रवि शास्त्री और प्रणीय आम्रे ने शेष भारत के खिलाफ 1990-91 में बेंगलुरु में चौथे विकेट के लिये 327 रन जोड़े थे।
रणजी चैम्पियन गुजरात के गेंदबाज दोनों बल्लेबाजों को परेशान नहीं कर सके। पहली पारी में 132 रन की बढ़त लेने वाले गुजरात ने कठिन लक्ष्य दिया था लेकिन उसे इन दोनों ने आसानी से हासिल कर लिया। पुजारा ने हार्दिक पटेल को अपनी पारी का 16वां चौका लगाकर टीम को जीत तक पहुंचाया. पुजारा ने 230 गेंदों का सामना करके क्रीज पर 400 मिनट बिताए वहीं साहा ने 346 मिनट में 272 गेंद खेलकर अपनी पारी में 26 चौके और छह छक्के जड़े।
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला के पहले दो टेस्ट खेलने के बाद साहा चोटिल हो गए थे और टीम में उनकी जगह गुजरात के कप्तान पार्थिव पटेल ने ली। पार्थिव की अगुवाई में गुजरात ने मुंबई को हराकर पहली बार रणजी खिताब जीता। शेष भारत की जीत कल ही तय हो गई थी जब साहा और पुजारा क्रीज पर थे। दोनों ने टीम को संकट से निकाला जबकि एक समय उनके चार विकेट सिर्फ 63 रन पर गिर गए थे।
गुजरात ने पहली पारी में 358 रन बनाए थे जबकि शेष भारत 226 रन ही बना सका था। गुजरात ने दूसरी पारी में 246 रन बनाकर शेष भारत को 379 रन का लक्ष्य दिया था।