#स्वयंफेस्टिवल: एएमयू और ताले के लिए मशहूर शहर अलीगढ़ में स्वयं फेस्टिवल ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई
Sanjay Srivastava 2 Dec 2016 7:31 PM GMT
अलीगढ़। स्वयं फेस्टिवल में अलीगढ़ के आईएएस अकेडमी प्रतिष्ठान में महिला सुरक्षा से सम्बंधित उत्तर प्रदेश पुलिस की योजनाएं 1090, डायल 100 के साथ इंटरनेट का बटुआ पेटीएम व सामुदायिक पत्रकारिता के बारे में बताया गया।
देश के पहले ग्रामीण अख़बार गाँव कनेक्शन की चौथी वर्षगांठ पर गाँव कनेक्शन फाउंडेशन स्वयं फेस्टिवल 2016 का उत्तर प्रदेश के 25 जिले में आयोजन कर रहा है।
अलीगढ़ में कार्यक्रम का उद्घाटन आईएएस अकादमी के निर्देशक डीआर यादव ने किया। इस कार्यक्रम में उपस्थित लड़कियों ने 1090, डायल 100 ईएफआईआर ‘ट्विटर सेवा’ महिला सम्मान प्रकोष्ठ की जानकारी पाने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस की योजनाओं को सराहा। ये सभी जानकारी पुलिस विभाग की टीम ने दी।
समारोह में नोटबंदी के बाद जनता को हुई पैसे के काफी परेशानी हुई, जिसमें इंटरनेट का बटुआ पेटीएम ने बहुत मदद की। आज के वक्त पेटीएम की क्या उपयोगिता है इस बारे में बताया गया।
गाँव कनेक्शन के सामुदायिक पत्रकारिता के बारे में जानकारी होने पर आईएएस अकादमी के निर्देशक डीआर यादव ने इसकी प्रशंसा की। संस्थान में उपस्थित छात्र-छात्राओं ने सामुदायिक पत्रकारिता से जुड़ने में अपनी रूचि दिखाई। इस कार्यक्रम में ज्ञानेश शर्मा ने कौशल विकास मिशन के बारे में बताया।
उत्तर प्रदेश का अलीगढ़ जिला अलीगढ़ मुस्लिम विश्व-विद्यालय और अपने मजबूत ताले के लिए प्रसिद्ध है। अलीगढ़ प्राचीन नाम कोइल या कोल भी कहलाता है। अलीगढ़ भारत का 55वाँ सबसे बड़ा शहर है। इसके पास ही अलीगढ़ नाम का एक क़िला है। कोल नाम की तहसील अब भी अलीगढ़ ज़िले में है। अलीगढ़ नाम 'नजफ़ खाँ' का दिया हुआ है। 1717 ई. में साबित खाँ ने इसका नाम 'साबितगढ़' और 1757 में जाटों ने 'रामगढ़' रखा था।
जनगणना 2011 के अनुसार यहां की जनसंख्या नगरनिगम क्षेत्र 6,67,732 है और अलीगढ़ ज़िले की कुल जनसंख्या 36,73,889 है।
अलीगढ़ के गंगगिरी ब्लाक के सलगाव गाँव में ई गवर्नेंस, आधारकार्ड पंजीकरण, 1098, डायल 100, पेंशन शिविर पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। यहां पर निकुंज गोपाल लोकवाणी व डिजीटल सेवा केन्द्र ने कार्यक्रम में सहयोग दिया।
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