किसानों का आरोप नकली बीज से गोभी में समय से पहले आए फूल
Divendra Singh 29 March 2017 6:05 PM GMT
स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
लखनऊ। किसान दुकानदारों के भरोसे बीज, कीटनाशक, खरपतवारनाशी, खरीदता है। उन्हें पता ही नहीं होता कि उन्होंने जो दुकान से खरीदा है वो सही भी है या नहीं।
लखनऊ जिला मुख्यालय से लगभग 30 किमी. दूर बख्शी का तालाब ब्लॉक के कोटवा गाँव के किसान हरिओम मौर्या (40 वर्ष) ने गोभी फसल लगायी थी, लेकिन कुछ ही दिनों में गोभी में फूल आ गए। हरिओम मौर्या बताते हैं, "हमने डालीगंज से गोभी के बीज खरीदकर नर्सरी डाली थी, पहले तो नर्सरी ठीक थी, लेकिन खेत में लगाने के बाद तीस दिन बाद ही फूल आ गए, जो फूल भी आए हैं एकदम खराब आए हैं।"
गोभी की फसल में आमतौर पर साठ दिनों में फूल आते हैं, लेकिन यहां के दर्जनों किसानों की गोभी की फसल में बीस-तीस दिनों में ही अल्पविकसित अवस्था में फूल आ गए हैं। इन सभी किसानों ने डालीगंज के गणपति सीड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड बीज की दुकान से बीज खरीदा था। दुकानदार किसानों को रसीद भी नहीं देते हैं, जिससे किसानों को मुआवजा भी नहीं मिल पाता है।
ये अकेले हरिओम मौर्या के तरह ही दर्जनों और भी किसानों ने नोबी सीड प्राइवेट कंपनी का बीज खरीदा था, सभी की फसल बर्बाद हो गयी है। किसान अतुल मौर्या बताते हैं, "हम लोग हमेशा से ही गोभी की खेती करते आ रहे हैं, इस बार ही ही बीज खराब निकला है, यहां पर बहुत बड़े एरिया में गोभी की खेती होती है, लेकिन इसी बार गोभी की फसल खराब हुई है।"
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“ऐसा नहीं है कि किसान पहली बार गोभी की खेती कर रहा है, अगर किसानों को नुकसान हुआ है तो पता करते हैं बीज असली है या नकली। दुकानदार किसानों को रसीद ही नहीं देते है, जिससे किसान बाद में शिकायत भी नहीं कर पाता है।"
डीके वर्मा, जिला उद्यान अधिकारी
कोटवा गाँव में बीस एकड़ में पंद्रह से अधिक किसानों की फसल बर्बाद हुई है, समय से पहले फूल आने पर ये बिक्री के लायक भी नहीं बचे हैं। गणपति सीड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के मालिक नितिन कुमार गुप्ता का कुछ और कहना है। वो कहते हैं, "मौसम की वजह से ऐसा हुआ है, हमने सही बीज ही किसानों को दिए थे।"
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