#स्वयं फेस्टिवल: लड़की हो तो बस चिल्लाओ नहीं, आत्मरक्षा करो

Rishi MishraRishi Mishra   20 Dec 2016 4:50 PM GMT

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#स्वयं फेस्टिवल: लड़की हो तो बस चिल्लाओ नहीं, आत्मरक्षा करोबीकेटी के आरआर इंस्टीट्यूट में लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते गौरव।

लखनऊ। आप लड़की हो इसका मतलब ये नहीं है कि आप मुश्किल वक्त में केवल चिल्लाओगी। आपको भी ईश्वर ने हाथ पैर दिये हैं, उनका इस्तेमाल कीजिये। थोड़ी से ट्रेनिंग से कमांडो स्किल आपके अंदर भी होंगी। जब कभी भी आपको कोई खतरा हो इन स्किल का इस्तेमाल कर के आप निजात पा सकती हैं। साथ ही अपनी जूनियर और अपनी छोटी बहनों को भी इन उपायों के जरिये खतरों का सामना करना सिखा पाएंगी। इस मौके पर एसडीएम ज्योत्सना को कॉलेज के डीन प्रकाश सिंह ने बुके देकर सम्मानित किया।

आरआर इंस्टीट्यूट में एसडीएम ज्योत्सना को बुके देते डीन प्रकाश सिंह

स्वयं फेस्टिवल के दूसरे दिन आरआर इंस्टीट्यूट में महिला सुरक्षा प्रकोष्ठ की ओर से छात्राओं को कुछ ऐसी ही युक्तियों से दो-चार करवाया गया। महिला सम्मान प्रकोष्ठ से आए गौरव ने यहां लड़कियों को सेल्फ डिफेंस के बारे में बताया। उनको कमांडो स्किल्स की जानकारी दीं। कुछ दांव बताए जिनके जरिये लड़कियां बहुत आसानी से हमला करने वालों पर काबू कर सकती हैं। लड़कियों ने गौरव के बताए हुए तरीकों को बहुत ही गंभीरता से सुना और उनको बहुत ही उपयोगी बताया।

मुट्ठी खोलने के गेम के जरिये दूसरे के कष्टों को समझाने की कोशिश

इससे पहले ब्रेकथ्रू संस्था के वालेंटियर ने यहां स्टुडेंट को विभिन्न् जानकारियां दीं। मुट्ठी खोलने के गेम के जरिये उनको बताया कि दूसरे के दर्द को हमे समझना चाहिये। इसके अलावा उन्होंने लड़कियों को सीख दी कि वे हमेशा शोषण और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं। डरे नहीं आगे बढ़ें। यहां स्टुडेंट्स को कोमल नाम की शार्ट फिल्म भी दिखाई गई। जिसके जरिये लड़कों को लड़कियों का सम्मान करने की सीख दी गई।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

  

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