आवारा कुत्ते अब इंसानों को बना रहे शिकार 

Diti BajpaiDiti Bajpai   25 Feb 2017 2:25 PM GMT

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आवारा कुत्ते अब इंसानों को बना रहे शिकार जिले के भोजीपुरा क्षेत्र में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

भोजीपुरा (बरेली)। जिले के भोजीपुरा क्षेत्र में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। अभी हाल ही दो बच्चों को आवारा कुत्तों ने मार डाला। इन घटनाओं के बाद से गाँव वाले दहशत में है।

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जिला मुख्यालय से पश्चिम दिशा में लगभग 30 किमी दूर भोजीपुरा क्षेत्र के खतौला हुलास गाँव में रहने वाले रामकिशोर अपनी बेटी प्रियंका (10 वर्ष) को खो चुके हैं। वहीं बहेड़ी कस्बे के मोहल्ला अब्बास नगर निवासी मोहम्मद सलीम का बेटा फैजान (6 वर्ष) शाम करीब पांच बजे घर के बाहर गली में खेल रहा था। इसी बीच दो-तीन आवारा कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया। उसको घायल अवस्था में सीएचसी ले जाया गया, लेकिन वो भी नहीं बचा।

19 फरवरी को मेरी बेटी दो बजे स्कूल से घर लौट रही थी तभी आवारा कुत्तों ने उसे खा लिया। कुत्तों ने इतना बुरी तरह खाया था कि उसका आधा ही शरीर मिला।
रामकिशोर कुमार , निवासी, गाँव खतौला हुलास ।

मीट विक्रेताओं द्वारा अवशेषों को खुले में फेंकने व गलियों में चल रहे अवैध कत्लखाने आवारा कुत्तों को बढ़ावा दे रहे हैं। आवारा कुत्तों के बढ़ने का कारण बताते हुए मियांपुर गाँव के कैलाश यादव (29 वर्ष) बताते हैं, “गाँव के आसपास कई अवैध कत्लखाने हैं, जिससे उनको मांस मिल जाता है। इन आवारा कुत्तों का वजन करीब 50 किलोग्राम है। जब उनको मांस नहीं मिलता है तो वह बच्चों को अपना शिकार बना लेते हैं। गाँव में लोग अब अपने बच्चों को अकेले कहीं जाने नहीं देते हैं।”

भोजीपुरा क्षेत्र में हुई इस घटना के बाद हमने टीम गठित की है, जिसके जरिए इन कुत्तों को ढूंढा जा रहा है। जैसे ही यह कुत्ते मिलेंगे इनको बंद किया जाएगा। साथ ही इनकी नसबंदी भी की जाएगी।
धर्म सिंह, वन क्षेत्राधिकारी, बरेली

बच्चों को अकेले नहीं जाने देते स्कूल

हाल ही में हुई घटनाओं के बाद ग्रामीणों में इतनी दहशत है कि वो अपने बच्चों को अकेले स्कूल नहीं भेजते हैं। मियांपुर गाँव के अशोक लाल बताते हैं, “गाँव के सभी बच्चे एक ही स्कूल में पढ़ते हैं तो गाँव में बारी-बारी से लोग बच्चों के साथ डंडा ले कर जाते हैं। बच्चों को अकेले नहीं जाने देते। आवारा कुत्ते बच्चों को ही शिकार बना रहे हैं।”

    

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