मुख्यमंत्री का आदेश बेअसर, बाराबंकी का विकास भवन पान मसालों की पिचकारियों से रंगी पड़ी दीवारें
गाँव कनेक्शन 23 March 2017 7:25 PM GMT

बाराबंकी। एक तरफ जहां उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के सत्ता की कमान संभालते ही पूरे प्रदेश के अधिकारी हरकत में नजर आने लगे है तो वही जनपद बाराबंकी जिले के कुछ ऐसे अधिकारी है जिनके कानों पर जूं तक नहीं रेंगती दिख रही।
आदित्यनाथ योगी ने सरकारी दफ्तरों की हालत को देखते हुए आदेश दिया है कि कोई भी सरकारी कर्मचारी और अधिकारी अपने दफ्तर में पान मसाला खाता नजर नहीं आना चाहिए। अगर पान मसाला खाते हुए मिले तो सख्त कार्रवाई के तहत निलंबित कर दिया जाएगा। सरकारी दफ्तरों को साफ-सुथरा बनाए रखने के निर्देश जारी किए हैं लेकिन राजधानी लखनऊ के बेहद करीब जनपद बाराबंकी जिले के विकास भवन में इसका कोई असर नहीं दिख रहा।
यहां जिले के ज्यादातर अधिकारी और कर्मचारी काम करते हैं। यहां का आलम यह है कि जगह- जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। दीवारों की बात करें तो विकास भवन की बिल्डिंग की दीवारें रंगों की बजाय पान मसालों की पिचकारियों से रंगी ज्याद नजर आती है। कर्मचारी या अधिकारी इस पर ध्यान तक नहीं दे रहे जबकि मुख्यमंत्री ने सख्त आदेश दिया है कि किसी भी सरकारी दफ्तर में गंदगी नहीं होनी चाहिए।
इस पर अधिकारियों से पूछने पर वही पुराना रटा-रटाया बयान सामने आता है कि आदेश का सख्ती से पालन किया जा रहा है जो भी आदेश का पालन नहीं करेगा उस पर विभागीय करवाई की जाएगी। जिला समाज कल्याण अधिकारी अमरनाथ यति का कहना है, ‘कार्यवाही के लिए मुख्य विकास अधिकारी को अवगत करवाया जा चुका है।’ गन्दगी की बारे में बात करने पर उन्होंने कहा कि ऊपर की मंजिल वाले लोग गन्दगी फैलाते हैं इसके बारे में मुख्य विकास अधिकारी को बता दिया गया है लेकिन सोचने वाली बात ये है कि आखिर सरकारी विभागों की हालत सुधारने का नाम नहीं ले रही है।
पूर्व एडीओ पंचायत भी नियम तोड़ने में पीछे नहीं
विकास भवन में आयोजित होली मिलन कार्यक्रम में पहुंचे बंकी ब्लॉक के रिटायर्ड एडीओ पंचायत फतेहबहादुर सिंह पान मसाला खाकर विकास भवन के चक्कर काट रहे थे जब उनसे इस बारे में सवाल किया गया तो वे बोले कि होली मिलन समारोह में ये छूट है। वही मुख्य विकास अधिकारी ऋषिरेंद्र ने कहा है, ‘विकास भवन अब पूरी तरह से गंदगी मुक्त होगा।’
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