ऑनलाइन आवेदन से घबराए अभिभावक
Meenal Tingal 14 Feb 2017 3:18 PM GMT

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
लखनऊ। शासनादेश जारी होने और हाईकोर्ट के हस्तक्षेप किए जाने के बावजूद शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत प्राइवेट स्कूल गरीब वर्ग के 25 फीसदी बच्चों को अपने स्कूल में दाखिला नहीं दे रहे हैं। अब प्राइवेट स्कूलों पर नकेल कसने की मंशा के साथ दाखिले की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया गया है ताकि इसकी मानीटरिंग की जा सके, लेकिन अशिक्षित अभिभावक ऑनलाइन की गयी इस प्रक्रिया से घबरा गए हैं।
“मैं सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता हूं। खुद तो पढ़ा-लिखा हूं नहीं लेकिन जब सरकार ने सुविधा दी तो मन में तमन्ना थी कि बच्ची को अच्छे स्कूल में पढ़ाया जाए, लेकिन अब दाखिले के लिए कम्प्यूटर पर फार्म भरना है। हम बिना पढ़े-लिखे लोग कैसे कम्प्यूटर चला पाएंगे।”चार वर्षीय आशना फरहाद के पिता सरफराज बताते हैं
निर्धन व अशिक्षित लोगों के लिए शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत प्राइवेट स्कूलों में अपने बच्चों का दाखिला करवाना पहले से ही बहुत मुश्किल था।
“शासनादेश के जारी होने के बाद प्राइवेट स्कूल गरीब बच्चों का दाखिला अपने स्कूलों में करना नहीं चाहते हैं क्योंकि उनके स्कूल का स्टैंडर्ड खराब होता है। इसके लिए हम लोग कोर्ट तक गये हैं। बच्चों का दाखिला करवाने के लिए हम लोगों को काफी प्रयास करने पड़ते हैं। इसके लिए बहुत सारे काम खुद करते हैं और कुछ अभिभावकों को करने के लिए बताते थे, लेकिन इस बार दाखिले की प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गयी है।”नींव संस्था के प्रवीन कहते हैं
“वैसे तो मैं किसानी करता हूं, लेकिन घरवाले शहर में रहना चाहते हैं तो शहर में छोटा सा घर है। अपने बच्चे का दाखिला प्राइवेट स्कूल में करवाना है, लेकिन बहुत मुश्किल लग रहा है।दाखिले के लिए पिछले वर्ष फार्म लेने शिक्षा ऑफिस गए थे, लेकिन दाखिला तब भी नहीं हो सका। इस बार तो बताया जा रहा है कि दाखिले के फार्म कम्प्यूटर पर भरने होंगे। बहुत बड़ी मुश्किल है लेकिन फिर भी एक दुकान पर बात की थी तो वहां बताया गया कि फार्म अभी नहीं भरे जा रहे हैं लेकिन जब भरे जाएंगे तो एक फार्म भरने के सौ रुपए लेंगे।”पांच वर्ष के आदित्य पाल के पिता रामबाबू कहते हैं
“ऐसा नहीं है कि दाखिले की ऑफलाइन प्रक्रिया बंद हो गयी है, यह भी जारी रहेगी। जिन अभिभावकों को दिक्कत हो वह ऑफलाइन फार्म दाखिल कर सकते हैं। हमारा विभाग इन फार्म को अपने स्तर पर ऑनलाइन करेगा। अभिभावकों की भागदौड़ बच सके और दाखिले के प्रक्रिया में पारदर्शिता आ सके इसके लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की गयी है। इसके लिए अभिभावक किसी की भी मदद ले सकते हैं।प्रवीण मणि त्रिपाठी, बेसिक शिक्षा अधिकारी
शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत निर्धन वर्ग के बच्चों के प्राइवेट स्कूलों में दाखिले की ऑनलाइन प्रक्रिया 27 जनवरी से शुरू होनी थी, लेकिन अभी तक इसकी शुरुआत नहीं हुई है।
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