एसिड अटैक मामला: ‘वो बोलती थी इसलिए चुप करा दिया गया’

Basant KumarBasant Kumar   25 March 2017 1:05 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
एसिड अटैक मामला: ‘वो बोलती थी इसलिए चुप करा दिया गया’पीड़िता का केजीएमयू में चल रहा इलाज।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

लखनऊ। “आज रजोली की जो भी हालत है, इसके लिए जि़म्मेदार सिर्फ और सिर्फ पुलिस है। पुलिस ने अगर उन जानवरों पर कार्रवाई की होती तो आज शायद उसकी आवाज़ नहीं जाती। वो बोलती थी इसीलिए उसे चुप करा दिया।” ट्रॉमा सेंटर में बेड पर भर्ती एसिड अटैक पीड़िता रजोली (काल्पनिक नाम) के पास बैठे उसके पति संतलाल ने रुंधे गले से बताया।

देश-दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

एक बार बलात्कार, दो बार सामूहिक बलात्कार और तीन बार तेजाब के हमले का शिकार हो चुकी शीरोज कैफे में काम करने वाली रजोली गुरुवार को रायबरेली से ट्रेन से लखनऊ लौट रही थी। चारबाग स्टेशन से पहले ट्रेन में ही दो लोगों ने जबरन उसे तेजाब पिला दिया था। गाँव कनेक्शन ने इस मामले को करीब दो महीने पहले उसको धमकी भरे पत्र का मामला प्रमुखता से प्रकाशित किया था।

शर्मनाक: तीन बार रेप, तीन बार एसिड अटैक और अब पिलाया तेजाब

गुरुवार को प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ट्रॉमा सेंटर जाकर पीड़िता और परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने पीड़िता को एक लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया, साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे गोपाल गुप्ता को दिए। महिला कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने भी पीड़िता से मुलाकात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

गाँव कनेक्शन की खबर का असर, एसिड पीड़िता को देखने ट्रामा सेंटर पहुंचे मुख्यमंत्री

रजोली के पति संतलाल बताते हैं कि उसने आरोपियों को जवाब दिया जिसके कारण उन लोगों ने उसकी जिंदगी तबाह कर दी। दस से ज्यादा एफ़आईआर होने के बावजूद पुलिस कुछ नहीं कर पाई। पुलिस ने अगर ठीक से अपना काम किया होता तो शायद आज यह स्थिति नहीं होती। संतलाल ने बताया कि जब रजोली आ रही थी तो मैंने उसे मना किया कि एकाध दिन और रुक जाओ, लेकिन वो जाने की जिद्द करती रही।

मुझे बेटी को दसवीं की परीक्षा दिलाने जाना था तो मैं रजोली को स्टेशन छोड़कर बेटी को परीक्षा सेंटर पर छोड़ने चला गया। दोपहर में दो-तीन बार फोन किया, लेकिन फोन नहीं उठा। मैं डर गया था क्योंकि घर से लौटते वक्त वो बोली थी वो लोग मुझे मार देंगे। शाम को मेरे पास शीरोज कैफे से फोन आया तो ये सब सुनकर मैं टूट गया। संतलाल बताते कि उन्होंने मुझे कभी नहीं मारा। वो मुझे बस धमकी देते थे कि उससे बोलकर केस वापस ले लो। वो केस वापस लेने के लिए धमकी देते थे लेकिन रजोली मना करती थी।

पिछले पांच वर्षों में दिल्ली समेत कई राज्यों में बढ़े एसिड अटैक के मामले

पावर विंग एनजीओ से जुड़ी सुमन रावत बताती हैं, “मैं रजोली से बहुत पहले से मिलती रही हूं। उनके साथ इतनी बार घटना हो चुकी थी, फिर भी पुलिस ने कोई सुरक्षा नहीं दी। होली से पहले मैंने खुद एसएसपी मंजिल सैनी को फोन किया था, लेकिन उनके ऑफिस के लोगों ने सुरक्षा नहीं देने की असमर्थता जताते हुए कहा कि अभी चुनाव में सब व्यस्त हैं। अगर पुलिस पहले ही सतर्क हो गई होती तो ये हादसा न होता।”

घर में शौचालय होता तो एसिड अटैक का शिकार न बनती सीमा

इस बीच पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ जोन ए सतीश गणेश ने उन तीन ‘संवेदनहीन’ महिला कांस्टेबलों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है, जो अस्पताल में पीड़िता के बिस्तर के निकट ‘सेल्फी’ लेने में मशगूल थीं। महिला कांस्टेबलों के सेल्फी लेने के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। गणेश ने इसी के आधार पर तीनों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया।

अभी स्थिति ठीक नहीं है। बेहतर इलाज के लिए अलग-अलग विभाग के विशेषज्ञ पीिड़ता का इलाज कर रहे हैं। आवाज़ वापस आएगी या नहीं इस पर कुछ नहीं कह सकते हैं।
डॉक्टर वेद प्रकाश , उप चिकित्सा अधिकारी , केजीएमयू

त्वरित कार्रवाई, चार पुलिसकर्मी बर्खास्त

मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद रेलवे ने उन चार सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया जो गुरुवार को ट्रेन में आरपीएफ एस्कार्ट के रूप में तैनात थे। इन सिपाहियों में हेड कांस्टेबल बाबूलाल, कांस्टेबल अनिल कुमार, अशोक कुमार ओर मुनिंदर शामिल हैं। आरपीएफ डीजी हेमंत कुमार के आदेश के बाद इनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।

दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया

गंगा गोमती एक्सप्रेस से लखनऊ आ रही रजोली को मोहनलालगंज के पास तेजाब पिलाने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जीआरपी चारबाग पुलिस ने भोंदू सिंह पुत्र त्रिभुवन सिंह निवासी सवइयाधनी थाना ऊंचाहार जनपद रायबरेली और गुड्डू पुत्र त्रिभुवन सिंह निवासी सवइयाधनी थाना ऊंचाहार, रायबरेली को पकड़ लिया है।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

    

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.