सड़क तो खोदकर डाल दी, अब पाटेगा कौन पता नहीं 

Ashwani Kumar DwivediAshwani Kumar Dwivedi   22 May 2017 1:23 PM GMT

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सड़क तो खोदकर डाल दी, अब पाटेगा कौन पता नहीं सड़क को कम्पनी ने खोद तो दिया पर गड्ढे खुले छोड़ दिए, जिसके चलते सड़कें बदहाल होने लगी हैं।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

लखनऊ। जनपद के शहरी क्षेत्र में बिजली विभाग द्वारा भूमिगत तार डालने का काम किया जा रहा है। अधिकांश कार्य एलएंडटी कम्पनी ने किया है, लेकिन लाखों रुपए की लागत से बनी सड़क को कम्पनी ने खोद तो दिया पर गड्ढे खुले छोड़ दिए, जिसके चलते सड़कें बदहाल होने लगी हैं। बदहाल सड़कों से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

लखनऊ नगर निगम के फैजुल्लागंज वार्ड के गायत्री नगर, अजीज नगर में बिजली विभाग ने गायत्री नगर से ज्ञानोदय डिग्री कालेज वाली सड़क पर करीब डेढ़ माह पहले भूमिगत तार डाले थे। इसके साथ ही लोहे के खंभे लगाए थे, लेकिन डेढ़ माह गुजरने के बाद भी न बिजली विभाग और न ही नगर निगम द्वारा सड़क को रिपेयर किया गया, जिसके चलते करीब 35 लाख रुपए की लागत से बनी आरसीसी रोड टूटने लगी है।

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गायत्री नगर निवासी रामप्रकाश सिंह (45 वर्ष) ने बताया, “अभी कुछ दिन पूर्व हुई बारिश में सड़क पर पानी भर गया था, जिसके चलते गड्ढे दिखाई नहीं दिए। कई बाइक सवार उस दिन घायल हो गए।”

वहीं गायत्रीनगर निवासी आशाराम त्रिपाठी (35 वर्ष) ने बताया, “काफी मेहनत और दौड़भाग के बाद ये सड़क बन पाई थी। राज्यसभा सांसद संतीश चंद्र मिश्र की निधि से ये सड़क बनी थी। गड्ढों को भरा नहीं गया तो इसी बरसात में ये सड़क खत्म हो जाएगी।” गायत्री नगर निवासी डीके शुक्ला (52 वर्ष) ने बताया, “ज्ञानोदय डिग्री कालेज वाली सड़क औऱ आसपास की लिंक सड़क पूर्व विधायक व मंत्री अभिषेक मिश्रा की निधि से बनी थी। उसके पहले इन रास्तों से निकलना मुश्किल था। ये ठेकेदार सड़क खोदकर चले गए। इन्हें न तो सरकारी नुकसान से कुछ लेना देना है और न ही जनता की तकलीफ से।”

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अधिशाषी अभियन्ता जीएसआई (बिजली विभाग) शरीन अग्रवाल ने बताया, “बिना नगर निगम के परमिशन के एक गड्ढा नहीं खोदा जा सकता, जहां भी भूमिगत तार पड़े हैं वहां नगर निगम से परमिशन ली गई है। रोड कटिंग का आठ लाख अट्ठावन हजार रुपए हम नगर निगम को भुगतान कर चुके हैं। सड़क के मरम्मत की जिम्मेदारी नगर निगम की है।” नगर निगम के नगर अभियंता मनीष अवस्थी ने बताया, “गड्ढे पाटने की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था और बिजली विभाग की है हमारी नहीं। हां, सड़क रिपेयर हम करेंगे।”

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