#स्वयंफेस्टिवल : अवार्ड समारोह का शानदार आगाज़

Bhasker TripathiBhasker Tripathi   14 Dec 2016 12:00 PM GMT

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#स्वयंफेस्टिवल : अवार्ड समारोह का शानदार आगाज़इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में स्वयं अवार्ड समारोह में प्रस्तुति देते संस्कृृत विद्यालय के छात्र।

लखनऊ। गाँव कनेक्शन फ़ाउंडेशन के स्वयं अवार्ड समारोह का राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (आईजीपी) में बुधवार को शानदार आगाज हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई। इसके बाद अन्य कलाकारों ने अपनी-अपनी प्रस्तुति दी।

कुछ देर में कार्यकम के मुख्य अतिथि अखिलेश यादव ग्रामीण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करके औरों के लिए मार्गदर्शक बन चुकी दस ग्रामीण शख्सियतों को स्वयं अवॉर्ड से सम्मानित करेंगे।

गाँव कनेक्शन के चार वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित स्वयं फ़ेस्टिवल के तहत यूपी के 25 ज़िलों में दो से आठ दिसंबर के बीच ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता के साथ-साथ महिला सशक्तीकरण पर एक हज़ार कार्यक्रम हुए। यह देश का सबसे बड़ा ग्रामीण उत्सव है।

स्वयं फ़ेस्टिवल के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में किसान चौपाल लगाकर कृषकों को आधुनिक खेती के बारे में जानकारी देना, नेत्र शिविर, रक्तदान शिविर, स्वास्थ्य शिविर, मृदा परीक्षण, पशु टीकाकरण, स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, नुक्कड़ नाटक का मंचन, योग प्रशिक्षण, लड़कियों को जूडो व मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण देने जैसे कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस बीच नोटबंदी के बीच पेटीएम की मदद से ई-वॉयलेट के जरिए खरीदारी करने की भी जानकारी ग्रामीणों को दी गई। वहीं, उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से 1090 और डायल 100 की मदद से एक सुरक्षित समाज बनाने का भी प्रयास किया गया। इतना ही नहीं इस उत्सव के दौरान ग्रामीणों को किन्नरों व उनके द्वारा समाज में झेली जाने वाली चुनौतियों के प्रति भी जागरूक किया गया। स्वयं फेस्टिवल अपने विभिन्न कार्यक्रमों के ज़रिए करीब 7 लाख ग्रामीणों से सीधे जुड़ा, उन्हें साथ लाया।

स्वयं फ़ेस्टिवल की डायरेक्टर यामिनी त्रिपाठी का कहना है, “स्वयं फ़ेस्टिवल ग्रामीण क्षेत्रों में व्याप्त गंभीर मसलों को हल करने का प्रयास करता है। साथ ही, तनाव से भरी ग्रामीण ज़िंदगी में मनोरंजन के साथ ही जागरूकता जगाने का भी प्रयास किया जाता है।” उन्होंने कहा, “असुविधाओं के बीच कुछ अलग करके एक बेहतर समाज बनाने वालों को स्वयं अवॉर्ड दिया जाता है। ऐसे लोगों की उपलब्धि को औरों के सामने लाकर दूसरों को भी प्रेरणा देने का प्रयास ही स्वयं फ़ेस्टिवल का मुख्य आधार है।” उन्होंने आगे कहा, “इस महा आयोजन को सफल बनाने में करीब 650 वालंटियर्स का समूह बीते कई दिनों से अथक प्रयास कर रहा था। वहीं, उत्तर प्रदेश कृषि और पशु पालन विभाग की ओर से भी इस भव्य आयोजन में काफी मदद मिली।”

    

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