स्टेबिलाइजर की मदद से यूपी दूर कर रहा सिंचाईं की समस्या

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स्टेबिलाइजर की मदद से यूपी दूर कर रहा सिंचाईं की समस्यागाँव कनेक्शन

रायबरेली। मझिंगवा गाँव के पंकज विश्वकर्मा (48 वर्ष) के पास लगभग आठ बीघे कृषि भूमि है। 20 वर्षों से गेहूं, धान जैसी पारंपरिक फसल उगा रहे पंकज को अब अपने खेत की सिंचाई के लिए ज़्यादा परेशान नहीं होना पड़ता है।

रायबरेली जिला मुख्यालय से 10 किमी उत्तर दिशा में मझिंगवा गाँव के पंकज बताते हैं, ''हमारे गाँव में बने सरकारी नलकूप में पिछले महीने नई मोटर लगाई गई है, जिसके बाद अब हमारे खेत तक पानी पहुंच रहा है।"

दरअसल पंकज जिसे मोटर कह रहे हैं वह कोई आम मोटर नहीं है बल्कि अल्ट्रा पॉवर वोल्टेज स्टेबिलाइजर है, जिसे जिला नलकूप विभाग से लगवाया गया है।

जिले में किसानों को बेहतर सिंचाई व्यवस्था से जोड़ा जा सके इसके लिए जिलाधिकारी के स्तर पर जिले में सरकारी नलकूपों में वोल्टेज स्टेबिलाइजर लगवाए जा रहे हैं। 

इस सुविधा के बारे में रायबरेली जिले के डीएम सूर्यपाल गंगवार बताते हैं, ''गाँवों में नलकूपों के सुधार के लिए हम जिले में खराब पड़े नलकूपों में अल्ट्रा पॉवर स्टेबिलाइजर लगवा रहे हैं। इस उपकरण की मदद से नलकूपों में वोल्टेज के ऊपर-नीचे होने से पानी की कम आपूर्ति नहीं होगी। पाइलेट प्रोजेक्ट के तौर पर हमने इसका प्रयोग दो-तीन गाँवों में सफलतापूर्वक किया है। इसके अंतर्गत 250 गाँवों को नलकूपों से जोड़ा जाएगा।"

राजकीय नलकूप विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश के गाँवों में कुल 30 हज़ार सरकारी नलकूप हैं, जिसमें खराब विद्युत व ट्रांसफार्मर व्यवस्था के कारण 837 नलकूप बंद पड़े हैं। यह हाल तब है जब प्रदेश सरकार ने वर्ष 2015-16 को किसान वर्ष घोषित किया है। ऐसे में रायबरेली जिले में सरकारी नलकूपों के उद्धार के लिए चलाई जा रही इस पहल को प्रदेश स्तर पर लागू करने से खराब नलकूपों की हालत सुधर सकती है।

जिलास्तर पर चलाई जा रही इस व्यवस्था के बारे में जिला नलकूप विभाग के अधिशासी अभियंता मनोज कुमार बताते हैं, "एक नलकूप चलाने में 380 वोल्ट बिजली की ज़रूरत होती है। स्टेबिलाइजर की मदद से इतनी बिजली बड़े आराम से मिल जाती है। साथ ही इसकी मदद से अब हम 20 एकड़ क्षेत्र की जगह 50 से 60 एकड़ कृषि क्षेत्र तक पानी पहुंचाने में सक्षम हो सकेंगे हैं।"

रायबरेली जिले में राही ब्लॉक के भगवानीपुर गाँव में बने राजकीय नलकूप की मदद से आस-पास के सात गाँवों में लोगों को खेती के लिए पानी मिल रहा है।

राही गाँव के राम प्रसाद गौतम (56 वर्ष) बताते हैं, "भगवानीपुर पम्पहाउस से हमारे गाँवों तक पानी आता है। इससे अब नहर आए चाहे न आए सिंचाई के पानी की कमी नहीं होती है।"

जिलास्तर पर चलाई जा रही इस पहल से जहां एकतरफ किसानों को खेतों की सिंचाई के लिए पर्याप्त जल मिल रहा है वहीं दूसरी ओर गाँवों में वोल्टेज कम ज़्यादा होने से खराब पड़े नलकूपों को नया जीवन मिला है।

''एक नलकूप में लगने वाले स्टेबिलाइजर की कीमत 70 से 75 हज़ार रुपए होती है। जो एक बार में पांच वर्ष तक चल सकता है।" मनोज कुमार, जिला नलकूप अधिशासी अभियंता आगे बताते है।

 

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