- Home
- Suchitra

दिल्ली के झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले दलितों का आशियाना एक बार नहीं, कई बार टूट चूका है
हम कभी भी यह नहीं चाहेंगे कि कोई दुखद अनुभूति हमारे जीवन में बार-बार दस्तक दे। पर जब नियति बार-बार उसी तरफ रुख़ करे तो ऐसे में इंसान या तो टूट जाता है या फिर चट्टान बन जाता है। दिल्ली की...
Suchitra 23 Nov 2020 7:39 AM GMT