ये गांव की कोई गली नहीं PWD की सड़क है

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ये गांव की कोई गली नहीं PWD की सड़क हैकसरावां गाँव की PWD सड़क गड्ढों में हो गई तब्दील

जान्हवी शुक्ला- कम्युनिटी जर्नलिस्ट, कक्षा-11

स्कूल- जीपीसीएल इंटर कालेज, बछरावां

रायबरेली। सरकार हर वर्ष करोड़ों रुपए खर्च करके बड़े-बड़े राजमार्ग बनवाती है पर वह गाँवों में बनी सड़कों को भूल जाती है। रायबरेली में बछरावां ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले कसरावां गाँव की सड़क कहने को तो पीडब्ल्यूडी की मदद से बनवाई गई है पर इसके गड्ढों को देखकर आपको यह लगेगा कि यह कोई गाँव की कोई गली है।

पीडब्ल्यूडी की सड़क बछरावां से लेकर जहांगीराबाद (सात किमी.) तक फैली है। इसपर प्रतिदिन हज़ारों की संख्या में लोग गुज़रते हैं।यह सड़क बसपा सरकार के समय बनवाई गई थी और बनने के एक साल के अंदर ही यह खराब भी होने लगी थी।अब तो दूसरी सरकार का कार्यकाल भी खत्म होने वाला है पर सड़क को सुधारने के लिए कोई भी आगे नहीं आना चाहता है।
अहिबरन सिंह (50 वर्ष), कसरावां गाँव

पीडब्ल्यूडी की मदद से बनवाई गई यह सड़क रायबरेली जिले को बाराबंकी (हैदरगढ़) क्षेत्र से जोड़ती है। इस मार्ग से ना केवल आसपास के लोग गुज़रते हैं बल्कि इस सड़क से रायबरेली व बाराबंकी जिले की जनता को आवागमन में आसानी होती है।

बछरावां ब्लॉक को शिवगढ़ ब्लॉक से जोड़ती इस सड़क से रोजाना हज़ारों लोग इसी पानी से गुज़रते हैं।

कुछ ऐसी ही हालत है रायबरेली जिले की शिवगढ़ रोड की, यह सड़क जिले के बछरावां ब्लॉक को शिवगढ़ ब्लॉक से जोड़ती है औऱ इस सड़क से हर दिन हज़ारों लोग छोटे-बड़े वाहनों से या फिर पैदल गुज़रते हैं।

इलाहाबाद-लखनऊ राजमार्ग को शिवगढ़ रोड से मिलाने वाली इस सड़क को बने अभी सिर्फ एक साल ही हुआ है और इस सड़क को देखकर आप सोच में पड़ जाएंगे कि यह सड़क है या कोई तालाब।

इस सड़क से सटी हुई टेलर की दुकान चला रहें दुकानदान सोनी टेलर (40 वर्ष) बताते हैं कि सड़क पर रोज़ कोई न कोई हादसा होता रहता है। कई बार मेरी आंखों के सामने मोटरसाइकिल से जा रहे लोग इसपर गिर चुके हैं। बरसात में तो इसमें बड़े-बड़े ट्रक भी फस चुके हैं।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

    

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