अब गाँव के स्कूलों की पैरेंट्स मीटिंग में जाने लगी हैं मम्मियां

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अब गाँव के स्कूलों की पैरेंट्स मीटिंग में जाने लगी हैं मम्मियांउदैतापुर के बिट्टी देवी इंटर कालेज में आयोजित पेरेंट्स मीटिंग में शामिल महिलाएं

योगेंद्र सिंह तोमर- कम्युनिटी जर्नलिस्ट

कन्नौज। अब गाँव की महिलाएं भी अपने बच्चों के भविष्य को लेकर जागरूक होने लगी हैं। मम्मियां ये जानने की इच्छुक हैं कि उनके बच्चे क्लास में करते क्या हैं, उनकी पढ़ाई कैसी है और क्या वो समय पर स्कूल पर पहुंचते भी हैं कि नहीं? इन्ही वजहों को जानने के लिए ग्रामीण स्कूल-कॉलेजों में आयोजित होने वाली पैरेंट्स मीटिंग में ग्रामीण महिलाएं उत्साह के साथ शामिल हो रही हैं।

कुछ साल पहले तक ग्रामीण इलाके के स्कूलों में पेरेंट्स मीटिंग जैसी व्यवस्था नहीं थी और जब शहरों की तर्ज पर ये शुरू हुआ तो घर के सिर्फ पुरुष ही जाते स्कूल। लेकिन अब मम्मियां सिर्फ टिफिन बनाने, बच्चों को तैयार करने तक सीमित नहीं है। मम्मियां अब स्कूल आ रही हैं और अपने बच्चों की प्रगति जानने के लिए पैरेंट्स-टीचर मीटिंग में शामिल हो रही हैं।

जिला मुख्यालय से करीब छह किमी दूर स्थित गाँव उदैतापुर के बिट्टी देवी इंटर कॉलेज में पैरेंट्स मीटिंग हुई। इस मीटिंग की खास बात ये रही कि मीटिंग में पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं ज्यादा शामिल हुई। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ अपने बच्चों की प्रगति जानी बल्कि स्कूल के लिए आवश्यक सुझाव भी दिए।

एक छात्रा की मां कामना ने कहा कि वर्तमान समय में बच्चों के अन्दर देशभक्ति की ललक कम है, इसके लिए स्कूल में देश प्रेम की भावना जगाने के लिए एक पीरियड चलाया जाये। इस मीटिंग में मौजूद रूचि ने कहा कि स्कूल में दिया गये होमवर्क को रोजाना गहनता से जांचा जाये। इससे बच्चों की गहराई का पता चलेगा।

उन्होंने आगे कहा कि बच्चों को पढ़ाई के अलावा और भी नयी-नयी गतिविधी कराईं जाएं, जिससे उनका सामाजिक ज्ञान भी बढ़े। पैरेंट्स मीटिंग में मौजूद सुधा, प्रीती और ज्योति आदि लोगों ने कहा कि स्कूल में समय-समय पर खेलों का भी आयोजन किया जाये। पढ़ाई में बच्चों का मन लगे इसके लिए ये गतिविधियां बहुत जरूरी हैं।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

   

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