दिवेन्द्र सिंह
स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
प्रतापगढ़। पिछले दस वर्षों से बन रहा जिले का पहला फ्लाईओवर निर्धारित अवधि के डेढ़ साल बाद भी तैयार नहीं हो पाया है, काम की रफ्तार ऐसी ही रही तो साल के आखिर तक भी फ्लाईओवर तैयार नहीं हो पाएगा।
प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय से दक्षिण दिशा में लगभग पांच किलोमीटर दूर चिलबिला जंक्शन से फैजाबाद-इलाहाबाद और लखनऊ-वाराणसी की रेलगाड़ियां गुजरती हैं। यहीं पर फैजाबाद-इलाहाबाद मुख्यमार्ग पर रेलमार्ग के ऊपर फ्लाईओवर अब तक नहीं बन पाया है।
इस रेलमार्ग से दिन भर पचास से अधिक रेलगाड़ियां गुजरती हैं, जिसकी वजह से फैजाबाद-इलाहाबाद मुख्य मार्ग पर घंटों तक जाम लगा रहता है, इससे सबसे ज्यादा परेशानी स्कुली बच्चों और मछली मण्डी जाने वाले लोगों को होती है।
चिलिबिला क्रासिंग के पास पान की दुकान चलाने वाले रमेश चौरसिया कहते हैं, “दिन रात यहां पर जाम लगा रहता है, हर कोई आकर कहता है कि काम पूरा हो जाएगा, लेकिन अभी तक नहीं पूरा हो पाया। इससे अच्छा तो बनाना ही नहीं चाहिए था।”
साल 2007 में तत्कालीन सांसद अक्षय प्रताप सिंह की मौजूदगी में रघुराज प्रताप सिंह ने चिलबिला क्रासिंग पर ओवरब्रिज का शिलान्यास किया था, लेकिन अक्षय प्रताप के कार्यकाल में काम नहीं शुरू हो सका। 2009 में चुनी गई सांसद राजकुमारी रत्ना सिंह ने दावा किया था कि बिना बजट की स्वीकृति के ही शिलान्यास कर दिया गया। इसके बाद ओवरब्रिज के लिए 34.07 करोड़ रुपये केंद्र सरकार ने जारी किया। रेलवे के हिस्से के ओवरब्रिज का निर्माण कार्य 5.66 करोड़ रुपये की लागत से वर्ष 2011 में शुरू किया गया और सालभर में बनकर तैयार हो गया।
बाकी बचे फ्लाईओवर व अप्रोच मार्ग के निर्माण का ठेका एसएच इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड जगदीशपुर को मिला। 26 करोड़ रुपये की लागत से इस काम की शुरूआत मई 2014 में हुई, निर्माण के लिए दिसंबर 2015 तक का समय दिया गया था। लेकिन तय समय में काम पूरा नहीं हो सका। इसके बाद ठेकेदार को जून 2016, फिर अक्टूबर 2016, फरवरी 2017, मई 2017 तक का समय दिया गया, लेकिन अभी भी फ्लाईओवर अधूरा पड़ा है। अभी दो पिलर के बीच स्लैब ढालने का काम बचा हुआ है। इस पर 22 जून को स्लैब ढालने की बात कही जा रही है।
फ्लाईओवर का काम पूरा न हो पाने के बारे में पूर्व सासंद राजकुमारी रत्ना सिंह बताती हैं, “जब तक मैं एमपी थी काम भी तेजी से चल रहा था उसके बाद व्यक्ति को जनता ने चुना, उनको भी तो देखना होगा।” वो आगे बताती हैं, “मेरे कार्यकाल में ही ये पुल पास हुआ था जोकि ये राज्य और केन्द्र दोनों सरकारों का मामला था और रेलवे का भी सारा काम मैंने करवा दिया था, अब नए सांसद आए हैं पता नहीं वो क्या कर रहे हैं।”
वहीं प्रतापगढ़ के वर्तमान सांसद कुंवर हरिवंश सिंह कहते हैं, “अब पिछले कितने भी साल से बन रहा हो, लेकिन हमने तो पिछले दो साल से इसको बनाना शुरु किया है, तभी से काम तेजी से शुरु हुआ है। जब मैं सांसद बना तो बजट भी नहीं था, हमारी कोशिश है कि 15 जुलाई तक फ्लाईओवर चालू हो जाएगा।”
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