कानपुर में ट्रेन हादसे के बाद जल्द ट्रैक पर दौड़ेंगी ट्रेनें

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कानपुर में ट्रेन हादसे के बाद जल्द ट्रैक पर दौड़ेंगी ट्रेनेंरेलवे ट्रैक सही करने के लिए लगातार जारी है काम।

कम्यूनिटी जर्नलिस्ट: भारती सचान

कानपुर। कानपुर देहात के रूरा रेलवे स्टेशन के पास 28 दिसंबर सुबह 5:18 बजे अजमेर जा रही सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस (12987) के 15 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में 95 से अधिक यात्री घायल हो गए। वहीं हादसे के बाद रूट सही करने का कार्य बड़े जोरों पर चल रहा है। गुरुवार को शाम 4:57 बजे डाउन ट्रैक के सही हाेने पर सबसे पहले मालगाड़ी रवाना की गई।

50 से अधिक ट्रेनें कैंसिल हुई

सियालदाह-अजमेर एक्सप्रेस हादसे के कारण बाधित दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग रूट गुरुवार रात तक चालू होगा। इस हादसे के बाद अप और डाउन लाइन बाधित हो गई थीं। कुछ ट्रेनों को दूसरे रूट से चलाया गया। बुधवार को रिवर्स शताब्दी, श्रम शक्ति, तूफान, गोमती एक्सप्रेस, कैफियत एक्सप्रेस, आनंद विहार-रीवा एक्सप्रेस समेत 50 से अधिक ट्रेनें रद्द रहीं। वहीं गुरुवार को 56 ट्रेनें निरस्त रहेंगी और 57 ट्रेनें दूसरे रूट से होकर चलेंगी। एनसीआर के सीपीआरओ विजय कुमार ने बताया कि गुरुवार रात तक दिल्ली-हावड़ा रूट बहाल हो सकेगा। इलाहाबाद रेलवे मंडल के पीआरओ मनीष सिंह बताते हैँ, "अभी तक ट्रैक पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है। ट्रैक ठीक होने में समय लगेगा। एक तरफ का ट्रैक जल्द ठीक कराकर कुछ घंटों बाद डाउन ट्रैक पर मालगाड़ी चलायी जाएगी। अभी तो लाइन मेंटीनेंस का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।"

टूटी पटरी के कारण हुआ हादसा

सियालदाह-अजमेर एक्सप्रेस को ड्राइवर पी. कुलश्रेष्ठ और सुधीर कुमार ले जा रहे थे। दोनों ने बताया कि इंजन पूरी तरह सही चल रहा था। अचानक हमें लगा कि कुछ कोच पीछे रह गए हैं तो हमने ब्रेक लगाया। गार्ड अजय पाल का कहना था कि सुबह 5:18 बजे अचानक कंपन और झटका लगने पर उसने कोच रोकने के लिए ब्रेक प्रेशर मारा, लेकिन कोच अलग-अलग होने से प्रेशर निल हो गया था। इसलिए कोई असर नहीं हुआ। ऐसा लग रहा था जैसे भूकंप आ गया हो। कुछ सूझ ही नहीं रहा था। फिर तेजी से गेट खोला तो पता चला कि कई कोच पलटे हैं। घटना के समय ट्रेन की स्पीड करीब 110 प्रति घंटे की थी। गार्ड ने बताया कि नीचे उतरकर कोच बेपटरी देख अफसरों को दुर्घटना की सूचना दी। दुर्घटना के वक्त स्टेशन मास्टर अमित कुमार की ड्यूटी थी। उनका कहना था कि सब कुछ क्लीयर होने पर ही ट्रेन गुजरने का संकेत दिया था।

लापरवाह रेलकर्मियों पर गिरेगी गाज

सियालदाह-अजमेर हादसे में लापरवाही बरतने पर जीआरपी ने रेल कर्मचारियों और अफसरों पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। जीआरपी की झींझक चौकी के प्रभारी एके त्रिपाठी की रिपोर्ट पर कानपुर सेंट्रल जीआरपी थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। अब इस मामले में जीआरपी भी अपने स्तर से जांच करेगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे नामजद कर गिरफ्तारी की जाएगी। जीआरपी थाना प्रभारी सतीश गौतम ने बताया कि धारा 337, 338, 427 और रेलवे एक्ट की 151 और 154 में मुकदमा कायम किया गया है।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

   

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