Gaon Connection Logo

फिर से गरीबों को मिल सकती है चीनी

Swayam Project

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

लखनऊ। केन्द्र सरकार ने कुछ दिनों पहले अंत्योदय कार्डधारकों को मिलने वाली चीनी पर रोक लगा दी थी, क्योंकि वितरित होने वाली चीनी से सब्सिडी खत्म कर दी गई थी, जिसके कारण अप्रैल माह में चीनी बांटने काम बंद हो गया था, लेकिन राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार से इस मामले में पुनर्विचार करने के लिए कहा था, जल्द ही अंत्योदय कार्ड धारकों के लिए चीनी बहाली का निर्णय हो सकता है। खाद्य विभाग ने अंत्योदय कार्डधारकों को चीनी देने की तैयारी शुरू कर दी है।

प्रदेश में 40 लाख 94 हजार 593 अंत्योदय कार्डधारक हैं। अन्य कार्ड धारक जिनकी संख्या प्रदेश में तीन करोड़ सात हजार 971 है उनको चीनी देने पर फिलहाल कोई फैसला नहीं हुआ है। अन्त्योदय कार्ड धारक लोनी कटरा निवासी तारा तिवारी (40 वर्ष) बताती हैं, “सरकार को हमने वोट दिया था कि राशन की मात्रा ज्यादा करेंगे, लेकिन ये तो बहुत ही उल्टा हुआ चीनी ही बंद कर दी। जब काम था तब सरकार ने वोट ले लिया।

ये भी पढ़ें- आग पर खुद काबू पा सकेंगे चालक-परिचालक

मतलब निकल गया तो हम लोगों को निकाल दिया।” जिला मुख्यालय से छह किलोमीटर दूर खदरा चुंगी के कोटेदार अशीष कुमार बताते हैं, “सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत किसी भी राशन की दुकान से चीनी का वितरण नहीं किया जा रहा, लेकिन चीनी के लिए लोगों की मांग हो रही है।

जिलापूर्ति अधिकारी सन्तोष विक्रम शाही ने बताया शासनदेश के मिलते ही चीनी बाटंने का काम किया जाएगा, लेकिन अभी बात हो रही है। कोई आदेश नहीं आया है। आदेश मिलते ही चीनी हम कार्ड धारकों को बांटने लगेंगे।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

More Posts

मोटे अनाज की MSP पर खरीद के लिए यूपी में रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है, जानिए क्या है इसका तरीका?  

उत्तर प्रदेश सरकार ने मोटे अनाजों की खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। जो किसान भाई बहन मिलेट्स(श्री...

यूपी में दस कीटनाशकों के इस्तेमाल पर लगाई रोक; कहीं आप भी तो नहीं करते हैं इनका इस्तेमाल

बासमती चावल के निर्यात को बढ़ावा देने और इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने...

मलेशिया में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में किसानों की भागीदारी का क्या मायने हैं?  

प्रवासी भारतीयों के संगठन ‘गोपियो’ (ग्लोबल आर्गेनाइजेशन ऑफ़ पीपल ऑफ़ इंडियन ओरिजिन) के मंच पर जहाँ देश के आर्थिक विकास...