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इलाहाबाद के मेजा में गंगा नदी पर जल्द ही बनेगा पुल  

Holy River Ganga

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

इलाहाबाद। जिले के मेजा उरुवा ब्लाक में गंगा नदी पर पुल की कमी की वजह से अभी तक दर्जनों ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। नदी पर पुल न होने और नदी पार करने के लिए पर्याप्त नाव की व्यवस्था न होने की वजह से ग्रामीण क्षमता से अधिक नाव पर सवार होकर नदी पार करते थे, जिससे कई बार नाव डूबने की दुर्घटना घटित हुई जिसमें दर्ज़नो ग्रामीण अपना जान गवा चुके हैं।

सात अक्टूबर को मदरा घाट पर नाव डूबने की वजह से चार लोग डूब गए और 13 लोग तैरकर अपनी जान बचाने में सफल रहे। डूबे लोगों की लाश तीन दिन बाद मिली।मेजा और उरुवा ब्लाक के बीच स्थित मदरा और परवा घाट पर घटित हो रही घटनाओं का हवाला देते हुए क्षेत्रीय भाजपा विधायक नीलम करवरिया ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नीतिन गडकरी से मिलकर पुल की जरूरत से अवगत कराया।

मेजा विधायक नीलम करवरिया ने पुल की आवश्यकता को दर्शाते हुए बताया कि एन एच 2 जो की दिल्ली को कलकत्ता से जोड़ता है, पास से गुजर रहा एन एच 76 जो की इलाहाबाद को मिर्जापुर, सोनभद्र और शक्तिनगर से जोड़ता है। वहीं एन एच 27 भी है जो की मध्य प्रदेश से जोड़ता है। एनएच 76 और दो के बीच स्थित सिरसा मेजा इलाहाबाद और सैदाबाद इलाहाबाद के मध्य गंगा नदी पर पुल नही होने की वजह से हर साल पीपे के पुल का निर्माण कराया जाता है जिसमें करोड़ों रुपए खर्च होते हैं। पीपे का पुल हटने पर ग्रामीण नाव के भरोसे नदी पार करते हैं।

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इसके अलावा उरुवा में भी कई ऐसी जगह है जहां के लोग पीपे के पुल और उसके बाद नदी नाव के सहारे पार करते हैं। विधायिका नीलम करवरिया अपने मांग पत्र में कहा है की सैदाबाद और जंगीगंज जो की राष्ट्रीय मार्ग दो पर स्थित है पर यदि पक्के पुल का निर्माण करा दिया जाय तो पीपे के पुल के निर्माण पर आने वाला खर्च भी कम हो जाएगा और साथ ही पुल के निर्माण से जिले के यमुनापार और गंगा पार के लोग आपस मे जुड़ जाएंगे।

इसके साथ ही वाहनों को इस क्षेत्र में पहु्ंचने के लिए 60 से 70 किलोमीटर की कम दूरी तय करनी होगी। इसके अलावा मध्य प्रदेश से आने वाले वाहनों को वाराणसी से जोड़ने का काम भी पुल करेगा। विधायक नीलम करवरिया के मुताबिक पुल की नितांत आवश्यकता को दर्शाने के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शीघ्र विभाग को निर्देशित करते हुए सर्वे का काम पूरा कर पुल निर्माण शुरू करने का निर्देश दिया है।

विधायक को लेकर ग्रामीणों में पनप रहा था आक्रोश

सात अक्टूबर को मेजा ब्लाक के  मदरा घाट पर हुई नाव दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों में मेजा विधायक नीलम करवरिया को लेकर आक्रोश पनप रहा था। वजह यह थी की दुर्घटना के बाद विधायिका के आने का इंतज़ार ग्रामीण कर रहे थे,लेकिन पुल की मांग करने दिल्ली जाने की वजह से इनका प्रतिनिधि ही ग्रामीणों से मिला। पुल स्वीकृति की सूचना मिलते ही ग्रामीणों के बीच पनपा आक्रोश शांत हो गया है।

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