कहीं श्रम दान तो कही प्रधान करा रहे छठ घाट की सफाई

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कहीं श्रम दान तो कही प्रधान करा रहे छठ घाट की सफाईछठ पूजा के लिए घाट के किनारे तैयारियां करते लोग।

कम्यूनिटी जर्नलिस्ट: भीम कुमार

कोन (सोनभद्र)। दीपावली बीतने के बाद देश में छठ की तैयारियां चल रही हैं। आयोजन की बात करें तो सोनभद्र के पांडु नदी के तमाम छोटे-बड़े घाटों पर प्रत्येक वर्ष छठ का भव्य आयोजन होता है। इसलिए घाटों की सफाई का बीड़ा गाँवों के प्रधान और कई सामाजिक संस्थाओं ने उठाया है।

क्या कहते हैं प्रधान

क्षेत्र के पांडु नदी के घाटों पर कहीं ट्रैक्टर से तो कहीं जेसीबी मशीन से छठ घाटों की सफाई प्रधान द्वारा तो कहीं सामाजिक संगठन द्वारा करायी जा रही है। वहीं छठ घाट की सफाई करा रहे खेतकटवा प्रधानपति कृष्णानंद बताते हैं, "इस वर्ष नदी में पानी ज्यादा होने से छठ घाट की सफाई में ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है। वहीं कोन प्रधान कलावती देवी ने पांडु नदी पर जाने वाले रास्ते में पड़ने वाली नाली, सड़क की मरम्मत और सफाई करा रही हैं। उनका मानना हैं कि यह पर्व महिलाओं के लिए खास होता हैं। ऐसे में एक महिला होने के नाते मेरी पूर्ण जिम्मेदारी बनती है। वह आगे कहती हैं कि मैं खुद हर वर्ष यह व्रत करती हूं इसलिए इस त्यौहार में मैंने समस्त ग्राम सदस्यों, सफाईकर्मी और अलग से नाली निर्माण के लिए मजदूर लगाकर कार्य करा रही हूं।

व्यवस्था का रखा जा रहा पूरा ख्याल

वही सामाजिक कार्यकर्ता सत्यनारायण गुप्ता बताते हैं, "हम लोग अपने संगठन के माध्यम से व्रतधारियों को पूजा सामग्री दूध, दातून आदि वस्तुओं की व्यवस्था हर वर्ष करते आ रहे हैं। यही नहीं, इस त्यौहार में हमें ग्रामवासियों से भी सहयोग भरपूर मिलता है। वैसे इस वर्ष नदी में पानी की बहाव ज्यादा है और क्षेत्र में खेती की भी पैदावार अच्छी होने के नाते व्रत महिलाओं की संख्या में इजाफा होने की ज्यादा सम्भावना दिख रही है, जिस वजह से हमारे संगठन के लोग तैयारियां पुख्ता करने के लिए अभी से कमर कस चुके हैं।

इसलिए मनाई जाती है छठ पूजा

इस दौरान सुहागिनें सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर उपासना करती हैं। कार्तिक महीने की चतुर्थी से शुरू होकर सप्तमी तक मनाया जाने वाला यह त्यौहार चार दिनों तक चलता है। इस बार छठ पूजा की तिथि चार से लेकर सात नवंबर तक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, छठ देवी सूर्य देव की बहन हैं और उन्हीं को प्रसन्न करने के लिए भगवान सूर्य की अराधना की जाती है। इस दिन सूर्य की भी पूजा की जाती है। माना जाता है जो व्यक्ति छठ माता की इन दिनों पूजा करता है तो छठ माता उनकी संतानों की रक्षा करती हैं।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

   

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