पानी की कमी से सूख गई धनिया की फसल, फसल पलटने के बाद सही हुए नलकूप

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पानी की कमी से सूख गई धनिया की फसल, फसल पलटने के बाद सही हुए नलकूपफोटो साभार: गूगल

कम्यूनिटी जर्नलिस्ट: पूनम पाल (16)

माया देवी इंटर कॉलेज, शिवाजीनगर, कन्नौज

कन्नौज। नलकूप खराब होने और पानी की कमी के चलते कई किसानों की धनिया की फसल खेतों में सूख गई है। ऐसे में किसानों को उनको हजारों रूपये का नुकसान हो गया है। किसानों ने खेतों में ही खराब हो गई धनिया की फसल को पलटा दिया।

काफी नुकसान उठाना पड़ेगा

जिला मुख्यालय से दो किमी दूर बसे गांव बहादुरपुर में सिंचाई का साधन सरकारी और निजी नलकूप हैं। कुछ दिनों पहले यहां नलकूप की मोटर फुंक गई। निजी नलकूप भी दगा दे गए। निजी नलकूप भी न चलने से किसानों के लिए सिंचाई की बड़ी समस्या बन गई। ग्रामीण कृष्ण कुमार का कहना है कि "मैंने पांच बीघा खेत में धनिया की फसल बोई थी, जिसमें करीब 12 हजार रूपये लागत आई। समय से पानी न मिलने की वजह से फसल सूख गई है। ऐसे में इस बार काफी नुकसान उठाना पड़ेगा।"

हर दूसरे दिन डालना पड़ता है पानी

इसी गांव के इतवारीलाल का कहना है कि करीब 16 हजार रूपये खर्च करने के बाद सात बीघा खेत में धनिया की फसल हो रही थी, लेकिल नलकूप के समय रहते ठीक न होने की वजह से पानी नहीं लग सका। इससे उनको फसल खेत में ही पलटना पड़ा। वह बताते हैं कि धनिया की फसल में दूसरे दिन पानी लगाना पड़ता है। 10-15 बार पानी धनिया में लगते हैं। मढहरपुर निवासी फुरकान का कहना है कि तीन बीघा जमीन पर धनिया लगाई थी। जब उनकी फसल सूखकर बेकार हो गई, तब नलकूप दुरूस्त हुए। उनके परिवार में भी निजी नलकूप था, लेकिन काम नहीं आ सका।

सिर्फ एक किसान नहीं

ऐसे ही एक किसान बहादुरपुर निवासी शेरसिंह का कहना है कि भोजन में धनिया की काफी जरूरत होती है। किसान सबकुछ दांव पर लगाकर खेती करता है। इसके बाद भी सुनवाई नहीं होती है। समय रहते समस्या का निदान न होने से काफी नुकसान हो जाता है। उनकी भी तीन बीघा की धनिया की फसल पानी की कमी के चलते बेकार हो गई। करीब आठ हजार का नुकसान हो गया। थक-हारकर खेत दोबारा जुतवाकर दूसरी फसल बोई।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

   

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