देवां मेले में ज़ायरीनों को नहीं रहना पड़ता है भूखा, लगातार चलता है लंगर

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देवां मेले में ज़ायरीनों को नहीं रहना पड़ता है भूखा, लगातार चलता है लंगरदेवां (बाराबंकी) स्थित विश्व प्रसिद्ध हाजी वारिस अली शाह की दरगाह।

अरुण मिश्रा- कम्यूनिटी रिपोर्टर

देवां (बाराबंकी)। देवां स्थित विश्व प्रसिद्ध हाजी वारिस अली शाह की जियारत करने वाले ज़ायरीनों के लिए सूफी संत के जमाने से लंगर की वयवस्था चली आ रही है। सूफी सन्त के ज़माने से चल रहे लंगर में आज भी हज़ारों लोग रोजाना भोजन ग्रहण करते हैं।

सूफी सन्त हाजी वारिस हमेशा इस बात का ध्यान रखते थे कि आने वाला कोई भी जायरीन भूखा न रहे। तभी से हाजी वारिस ने लंगर चलाने की प्रथा प्रारम्भ की। जो यह परम्परा आज भी चली आ रही है। देवां में आज भी मसोलियम ट्रस्ट की तरफ से लंगर लगातार चल रहा है और आने वाले जायरीनों को निःशुल्क भोजन प्रदान किया जाता है। सबसे बड़ी बात यह की इस लंगर में मटर की दाल और रोटी परोसी जाती है।

हाजी वारिस शाह मजार के पीछे चलने वाले लंगर की देखरेख निहाल वारसी कर रहे है। निहाल बताते हैं "यहां सभी को ध्यान में रखते हुए मटर की दाल और रोटी दी जाती है। जिसे लोगों में तकसीम किया जाता है। अभी भी भोजन को पकाने में लकड़ियों का प्रयोग किया जाता है और भोजन पकाने में 60 लोग लगते हैं। जब भोजन बनकर तैयार हो जाता है तो उसे बांटने में लगभग सौ लोग लगते है।" निहाल आगे बताते हैं, "सामान्य दिनों इस लंगर में चार से पांच हजार और मेले के समय में 18 से 22 हजार लोग प्रतिदिन भोजन करते हैं।"

देवां मेला में उमड़ा आस्था का सैलाब

प्रसिद्ध हाजी वारिस के वालिद सैय्यद कुरबान अली शाह की याद में लगने वाला दस दिवसीय मेला इस समय अपने शबाब पर है। यहां स्थानीय लोगों सहित देश-विदेश से जायरीनों के पहुचने का सिलसिला जारी है, जिससे मेला परिसर जायरीनों से गुलजार हो चूका है।

सर्वधर्म संभाव का अनोखा संगम

कस्बे के चारों तरफ सड़क पर बसों की लम्बी कतारें दिखाई दे रही हैं। कस्बे के खाली पड़े स्थानों पर जायरीनों अपने डेरे डाल रखे हैं। जायरीन मजार शरीफ और अन्य दरगाहों पर आयोजित होने वाले दीनी कार्यकर्मों में शिरकत कर रहे हैं। मजार शरीफ पर उमड़ा आस्था का कुम्भ इन दिनों सर्वधर्म संभाव के अनोखे संगम में तब्दील है। सिजरे में झुकते सिरों के साथ ही हाथ जोड़े वारिस श्याम पिया से अरदास करते हाथ भी मजार पर नजर आ रहे हैं। सिर पर चादर और या वारिस हक वारिस के नारे बुलंद करते हुए जायरीन मजार की तरफ बढ़ रहे हैं।

मनोरंजन गली में उमड़ रही भीड़

मजार पर जायरीनों की सुविधा के लिए पुलिस द्वारा डिवाइडर बनाया गया है, जिससे आने व जाने वालो को कोई दिक्कत न हो। मेला की मनोरंजन गली में काफी भीड़ देखने को मिल रही है। यहां मौत का कुंआ, जादूगर, सर्कस, झूले सब मौजूद हैं। जायरीन इन विभिन्न शो का लुफ्त उठा रहे हैं। यही बिसतखाना बाजार में भी खरीददारों की काफी भीड़ देखी जा सकती है। मेला में चारों तरफ भीड़ ही भीड़ दिखाई पड़ रही है। इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पूरे मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं। जिससे किसी अप्रिय घटना से निपटा जा सके। मेला क्षेत्र में दिन प्रतिदिन वारिस के दीवानों की भीड़ बढ़ती जा रही है। देवा का पूरा क्षेत्र इस समय आस्था के रंग में रंगा हुआ है।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

    

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