बदहाल पड़े हैं सार्वजनिक सुलभ शौचालय, महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा परेशानी

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
बदहाल पड़े हैं  सार्वजनिक सुलभ शौचालय, महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा परेशानीप्रदेश के ज्यादातर सार्वजनिक सुलभ शौचालय बदहाल हैं, वहां साफ सफाई का बहुत अभाव है।

कम्यूनिटी जर्नलिस्ट: संगीता श्रीवास्तव

ढकनापुरवा (कानपुर नगर)। एक तरफ जहां घर-घर शौचालय बनाने के लिए सरकार पहल कर रही है, वहीं गाँव में जो सुलभ शौचालय बनाये गये हैं, उनकी स्थिति और भी दयनीय है। ऐसी ही एक बस्ती है ढकनापुरवा बस्ती, जहां महिलाओं के लिए बनाये गये सुलभ शौचालय की स्थिति बेहद खराब है। सुलभ शौचालय का यह भवन बहुत जर्जर हो चुका है, साथ ही गंदगी की वजह से महिलाओं का इस शौचालय जाना भी दूभर है। जबकि यहां आस-पास के बस्तियों से सैकड़ों महिलाएं आने को मजबूर हैं।

20 साल पहले बना था सुलभ शौचालय

यह सुलभ शौचालय इस इलाके में 20 साल पहले बनाया गया था। इन बीस सालों में यह भवन जर्जर हो गया क्योंकि कभी इसकी न तो मरम्मत हुई और न ही कभी रोजाना यहां सफाई की गई। बस्ती के लोगों की ओर से कई बार इसकी साफ-सफाई और जर्जर इमारत की शिकायत भी की गयी, मगर अभी तक कोई भी सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में मजबूरी में महिलाओं को इस जर्जर सुलभ शौचालय में जाना पड़ता है।

एक बार हो चुका है हादसा

सुलभ शौचालय में गंदगी का अंबार।

पिछले साल बस्ती की एक महिला गोमती निषाद इस सुलभ शौचालय गई थीं, जहां उनके सिर पर छत का कुछ हिस्सा गिर पड़ा और उनके सिर में गंभीर चोटें आईं। इस घटना के बाद गोमती का लंबे समय तब अस्पताल में इलाज चला। हालांकि अब वह ठीक हैं। गोमती निषाद (40 वर्ष) बताती हैं कि जब से इस शौचालय की छत का एक हिस्सा मेरे सिर पर गिरा है, तब से मेरा सिरदर्द पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है। अगर हम लोगों के पास पैसे होते तो शौचालय बनवा लेते, मजबूरी में इस सुलभ शौचालय का इस्तेमाल पड़ता है। गोमती का कहना है कि इस शौचालय की सफाई हफ्ते में एक बार होती है और पानी भी पर्याप्त नहीं रहता है। हालांकि पुरुषों के शौचालय तो साफ़ रहते हैं, पर महिलाओं के शौचालयों की स्थिति बहुत खराब है। प्रतिदिन एक हजार महिलाओं के लिए सिर्फ चार शौचालय ही चालू है।

क्या कहती हैं महिलाएं

इस बस्ती में रहने वाली जिरिया देवी (55 वर्ष) का कहना है कि प्रतिदिन इस सुलभ शौचालय की सफाई करवाए जाए, जिससे बस्ती के लोग बीमार न पड़े और उन्हें शौच जाने में कोई असुविधा न हो। वो आगे कहती हैं कि इस सुलभ शौचालय में मरम्मत की सख्त जरूरत है, नियमित तौर पर पानी उपलभ्ध कराया जाए, जिससे हम महिलाओं की परेशानियों का समाधान हो सके।

सुलभ शौचालय में पड़ी गंदगी और पानी की समस्या की जानकारी नहीं है। लोग ज्यादा हैं और सुलभ शौचालय एक है। ऐसे में महिलाओं को परेशानी हो रही है। वहां के सफाईकर्मी को बोलकर पूरा शौचालय साफ करवा देंगे। जल्द की इसकी मरम्मत और पानी की भी समस्या का समाधान निकालेंगे।
मृत्युंजय कुमार सिंह, फील्ड आफीसर, सुलभ शौचालय काम्प्लेक्स, कानपुर

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

  

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.