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बारिश के बाद गंगा, पांडु, ईशन और नोननदी उफान पर  

Swayam Project

उपदेश कुमार, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

बिल्हौर। तहसील क्षेत्र की प्रमुख गंगा नदी का जलस्तर बारिश के बाद लगातार बढ़ रहा है। इसके साथ ही गंगा की सभी सहायक नदियां जैसे ईशन, पांडु, नोन नदी के उफान पर होने के कारण सिर्फ गंगा कटरी गाँवों में ही क्षेत्र के सैकड़ों गांवों के संपर्क मार्ग, गाँव की गलियों में जलभराव से ग्रामीणों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं जिला प्रशासन के द्वारा साफ-सफाई के बेहतर प्रबंध न करने के कारण लगभग सभी ग्राम पंचायतों में बारिश के बाद गंदगी संक्रामक रोगों को बढ़वा दे रही है, कई गाँवों में प्राथमिक स्कूल, अस्पताल, उप स्वास्थ्य केंद्र सहित कई सरकारी भवनों में भी जलभराव से कामकाज पूरी तरह ठप है।

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संभियापुर गाँव की नवनिर्मित सड़क बही

करीब दो माह पहले बनी गंगा तट पर स्थित संभियापुर गाँव की दो किमी लंबी सड़क पहली ही बारिश में बह गई है। सड़क की तीनों पुलिया बारिश के तेज बहाव में बह गईं। खेतों की पगडंडियों से बाइक द्वारा बिल्हौर जा रहे गाँव के सुरजीत पाल (30 वर्ष) बताते हैं, “लोक निर्माण विभाग के गड़बड़ी की पोल भगवान ने पहली बारिश में खोल दी है।”

सड़क बह जाने की चर्चा सुनकर खेतों में मक्का की फसल की रखवाली कर रहे राधेलाल पाल ने बताया कि गाँव का संपर्क पूरी तरह ब्लॉक मुख्यालय से टूट गया है, स्कूली बच्चों की गाड़ी, एंबुलेंस यहां तक कि यदि पुलिस भी गाँव आना चाहे तो पुलिया टूटी होने के कारण गाँव नहीं आ सकती है।”

ग्राम प्रधान बलराम सिंह ने बताया कि सड़क बह जाने से पूरा गाँव परेशान हैं, लेकिन इसके बाद भी अभी तक लोक निर्माण विभाग द्वारा मामले का संज्ञान न लिए जाने से ग्रामीणों में गुस्सा बना हुआ है।

मकनपुर-बिल्हौर मार्ग के अंडरपास में भरा पानी आवागमन ठप

जीटी रोड से वाया मकनपुर-विशधन रसूलाबाद मार्ग पर कानपुर-फर्रुखाबाद रेल लाइन के नीचे बना अंडरपास पहली बारिश में ही स्थानीय लोगों के लिए परेशानी बना हुआ है। मामूली बारिश में ही अंडरपास के नीचे पांच से छह फिट तक पानी भर जाता है इससे बाइक सवार, कार, जीप सहित अन्य सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन ठप हो जाता है।

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बिल्हौर बाजार कर घर लौट रहे गुलाबपुरवा गाँव निवासी राजू कटियार ने बताया कि रेल अंडरपास के नीचे बारिश के जलभराव से मकनपुर, ठठिया, सुर्सी, रौगांव, इलियासपुर, बारंडा, कन्नौज, विशधन, दलेलपुर, पालिया सहित कानपुर देहात के दर्जनों गांवों के लोगों का आवागमन बाधित है, इसके बाद भी न तो रेलवे अंडर पास के नीचे भरे पानी की जलनिकासी के लिए सक्रिय हो रहा है और न ही लोक निर्माण विभाग।

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