मोहम्मद आमिल/अल्पना राजपूत
अलीगंज (एटा) । अलीगंज से पांच किलोमीटर दूर स्थित गाँव बलम्भ के प्राथमिक विद्यालय पर गाँव के दबंगों ने कब्जा कर रखा है, दबंगों द्वारा स्कूल में जानवर बांधे जाते हैं, कुड़ा व गोबर डाला जाता है, जिसके कारण बच्चों को ककहरा पढ़ते वक़्त बदबू व गन्दगी का सामना करना पड़ता है।
जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक विद्यालयों की स्थिति खराब है, अधिकतर गांवों के प्राथमिक विद्यालयों में गाँव के लोगों द्वारा कब्जा करने की शिकायत आती रहती हैं। दबंगों द्वारा प्राथमिक विद्यालय पर कब्जा करने का ऐसा ही एक मामला अलीगंज विकासखण्ड की ग्राम पंचायत दादूपुर के गाँव बल्लभ में देखने को मिला।गाँव के प्राथमिक विद्यालय के कैम्पस में गाँव के दबंग लोग अपने जानवर बाँध रहे हैं, तो वही स्कूल में गोबर व कूड़ा डाल रहे हैं। स्कूल के कमरे व दीवारो पर कंडे पाथे जा रहे हैं, विद्यालय की हालात दबंगों के अलावा विभागीय अमलो ने भी बिगाड़ रखी है।
मेरे संज्ञान में यह मामला नही है, विद्यालय के सहायक अध्यापक को इसकी शिकायत करनी चाहिए, मामला मेरे संज्ञान में अब आया है, इसको दिखवाया जाएगा।
भारती, एबीएसए, अलीगंज (एटा)
ये भी पढ़े-इस स्कूल में शौचालय में पढ़ने को मजबूर हैं बच्चे, लाखों स्कूलों में नहीं है ब्लैकबोर्ड, हजारों की बिल्डिंग नहीं
विद्यालय में सफाईकर्मी न आने से भारी गन्दगी का जमावाड़ा लगा रहता है। विद्यालय के मैदान में गड्ढ़े हैं जिसमे बरसात होने पर पानी जमा हो जाता है, विद्यालय में सफाईकर्मी न आने से कभी-कभी स्कूल के बच्चे ही सफाई करते हैं।
विद्यालय के सहायक अध्यापक अमर शाक्य ने बताया, “गाँव के लोगों से कई बार मना किया कि विद्यालय पर जानवर न बांधो, कूड़ा मत डालो लेकिन कोई मानता नहीं है । हमने विभाग को भी लिखित शिकायत की लेकिन कोई हल नही निकला। बरसात के वक़्त हालात ज्यादा खराब हो जाते हैं, जानवरो के कारण भारी गन्दगी हो जाती है तो वही बारिश का पानी स्कूल के मैदान में भर जाता है।”
विद्यालय में है 35 बच्चे और 2 अध्यापकगाँव बल्लभ के प्राथमिक विद्यालय में 35 बच्चों का दाखिला है। इन्हें पढ़ाने के लिए 2 अध्यापक है, 35 बच्चों में पढ़ाई के लिए कभी 20 तो कभी 25 बच्चे ही पढ़ने आते हैं। यह सभी बच्चे गन्दगी और जानवरो के बीच पढ़ते हैं। अगर समय रहते विद्यालय से दबंगो का कब्जा नहीं हटा तो विद्यालय में व्याप्त गन्दगी के कारण इन बच्चों को कभी भी गम्भीर बीमारी का खतरा बन सकता है।