Gaon Connection Logo

किसानों को दी आधुनिक खेती की जानकारी

किसान

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

गाजियाबाद। जनपद के लोनी ब्लाक के गनौली गाँव में कृषि विभाग के तत्वावधान में चल रहे आत्म योजना के अन्तर्गत एक किसान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को आधुनिक खेती के गुर बताए। इसके साथ ही उन्हें कितनी मात्रा में खाद या बीज का उपयोग करना है उसके बारे में भी बताया।

ये भी पढ़ें-IND vs BAN LIVE : बांग्लादेश का सातवां विकेट गिरा, बुमराह ने ममदुल्लाह को बोल्ड किया

गाँव में आयोजित मेले में वैज्ञानिकों ने खेती करने वाले किसान को भूमि की उर्वरा शक्ति की पहचान कैसे करनी है और आधुनिक खेती करने के बारे में भी बताया। कृषि विज्ञान केंद्र से आये हुए डॉ. विपिन शर्मा ने कहा, “मृदा पहचान के साथ बीज का संतुलित चयन करने की आवश्यकता है। इसका उद्देश्यकिसानों को सर्वाधिक लाभ पहुंचाना है। बीज व खाद के छिड़काव को लेकर भी किसान को जागरूक रहने की जरूरत है।”

डा. विपिन शर्मा ने किसानों की समष्याओं को सुना और उसका समाधान बताया और साथ ही किसानों को खरीफ फसलों की बुवाई व मात्रा के बारेमें विस्तार से जानकारी दी। डॉ. तुल्सा ने भी किसानों को फसलों के लिए जरूरी सुझाव दिए और बताया । उन्होंने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत मिलने वाले बीज के बारेमें बताया। इस मौके पर खंड विकास अधिकारी वर्षा सिंह, ग्राम प्रधान हातम सिंह, सहायक विकास अधिकारी रणवीर सिंह समेत गांव के समस्तकिसान मेले में मौजूद रहे।

ये भी पढ़ें- आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017: इन पांच खिलाड़ियों की बदौलत भारत एक बार फिर बनेगा चैंपियन

ग्रामीण बलराम (58वर्ष) ने बताया, “ किसान गोष्ठी के माध्यम ये हमें खेती करने के नए तरीकों के बारे में पता चलता है।” किसान ओमपाल (65वर्ष) ने बताया, “इस मेले के माध्यम से कई नई जानकारीयां हमें मिली। अब मैं और बेहतर खेती कर सकता हूं।”

More Posts

छत्तीसगढ़: बदलने लगी नक्सली इलाकों की तस्वीर, खाली पड़े बीएसएफ कैंप में चलने लगे हैं हॉस्टल और स्कूल

कभी नक्सलवाद के लिए बदनाम छत्तीसगढ़ में इन दिनों आदिवासी बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलने लगी है; क्योंकि अब उन्हें...

दुनिया भर में केले की खेती करने वाले 50% किसान करते हैं इस किस्म की खेती; खासियतें जानिए हैं

आज, ग्रैंड नैन को कई उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उगाया जाता है, जिसमें लैटिन अमेरिका, दक्षिण पूर्व एशिया, भारत...