सरकारी तालाबों पर दबंगों का कब्ज़ा, खुलेआम हो रही खेती
गाँव कनेक्शन 15 Oct 2016 7:15 PM GMT

कम्यूनिटी जर्नलिस्ट: मोबीन अहमद
रायबरेली। जल संचयन के लिए प्रदेश सरकार ने सभी जिलों में तालाबों का निर्माण करवाया है, पर सरकार द्वारा बनवाए गए तालाबों पर दंबंगों की मनमानी खुलेआम चल रही है और प्रशासन यह बात जान कर भी अनज़ान बन रहा है।
रायबरेली जिला मुख्यालय से 35 किमी. उत्तर दिशा में बछरावां ब्लॉक के विशुनपुर गाँव में बनवाए गए सरकारी तालाब पर दबंगाें ने कब्जा कर लिया है।
गाँव में पिछले वर्ष मनरेगा में नया तालाब बनाया गया था, तब से तालाब में पानी तो नहीं आया, लेकिन यहां गाँव के कुछ दबंगों ने इस पर जबरन कब्ज़ा कर उस पर खेती शुरू कर दी है।शिवा शंकर गुप्ता, विशुनपुर
सरकारी तालाबों का लाभ सभी ग्राम पंचायतों को मिल सके, इसके लिए विकास खंड अधिकारी (बीडीओ) को अभियान का नोडल अधिकारी बनाया गया है। ऐसे में अगर किसी भी सरकारी तालाब पर कोई अतिक्रमण करता है, तो उसे हटाने की ज़िम्मेदारी बीडीओ की होती है।
रायबरेली जिले में मनरेगा योजना में बनवाए गए तालाबों की स्थिति के बारे में बताते हुए बछरावां ब्लॉक के क्षेत्रीय अधिकारी, मनरेगा अरविंद बाजपेई बताते हैं, “पिछले सत्र में पूरे जिले में मनरेगा के तहत सबसे ज्यादा तालाब हमारे ब्लॉक में ही बनवाए गए।
इनमें ऐसे तालाब जो नहरों या किसी बड़े जल श्रोतों के पास हैं, उनमें जलापूर्ति समय से करा दी गई पर ऐसे तलाब, जो कि नहरों से दूर हैं उनमें पानी नहीं भरा है और इसीलिए उन पर कब्ज़ा हो रहा है।” वो आगे बताते हैं कि बनाए गए कुछ तालाबों पर कब्ज़ा हुआ पर हाल ही में हमने ब्लॉक के 14 तालाबों का दौरा कर उन्हें कब्ज़ामुक्त करवाया है। आने वाले समय में अभियान चलाकर तालाबों को कब्ज़ामुक्त कराने की योजना बनाई जा रही है। एक महीने के अंदर सभी तालाब कब्ज़ामुक्त होंगे।
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