स्वास्थ्य के लिये फलों में है बहुमूल्य खजाना
गाँव कनेक्शन 27 Nov 2016 10:40 PM GMT
स्वयं डेस्क
इटावा। आम जनमानस के स्वास्थ्य के लिये फलों का महत्व उतना ही है, जितना किसी भी व्यक्ति के जीवन में भोजन, पानी, हवा और धूप का है। अधिकांश लोग जानकारी के अभाव में अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। डा. भीमराव अम्बेडकर संयुक्त चिकित्सालय में सेवारत पोषण-आहार विशेषज्ञ डा. अर्चना सिंह ने बेहतर स्वास्थ्य के लिये फलों की गुणवत्ता से आमजन को अवगत कराया।
आंवला और गाजर
उन्होंने बताया कि वैसे तो सभी फल, मेवा, अनाज, दाल, सब्जी आदि सभी का अपना-अपना कार्य है, लेकिन कुछ फल ऐसे भी हैं जो नियमित प्रयोग से लोगों की कायाकल्प कर देते हैं। उन्होंने बताया कि आंवला का सेवन बुद्धिवर्धक, कफ व पित्त नाशक, शरीर को ताजगी देने के साथ ही आंखों के लिये गुणकारी है। गाजर के सेवन से पेट की जलन शांत होती है और भूख भी खुलकर लगती है। शरीर में आयरन की पूर्ति करने के साथ खून भी साफ करती है। इसके साथ ही आंखों की रोशनी बढ़ाकर शुगर को कंट्रोल करती है।
पपीता और सेब
पपीता ऐसा फल है जो पथरी को गलाने में अहम भूमिका निभाता है। दांतो की बीमारियों में भी लाभकारी है। इसे थोड़ी-थोड़ी मात्रा में नियमित खाने से आंखों की बीमारियां दूर होती हैं और पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। वहीं, सेब शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और याददाश्त बढ़ाता है।
खजूर और बींस
उन्होंने कहा कि खजूर एक ऐसा फल है जो दमा और खांसी जैसे रोगों में लाभ पहुंचाता है। लाल रक्त कोणिकाओं की भी पूर्ति करता है। सब्जियों का जायका बढ़ाने में प्रयोग होने वाली अदरक मुंह का स्वाद बेहतर करने के साथ ही दमा के रोग में फायदेमंद है। इसी तरह बींस को वजन नियमित करने में मदद करती है। यदि लंबे समय तक भूखा रहना पड़े तो शरीर को नुकसान न हो। इसके फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह कोलस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद करता है।
मरीजों को डॉक्टर की सलाह
इसी के साथ ही उन्होंने शुगर के मरीजों को आगाह करते हुए कहा कि सर्दी में पैर और हाथों को अच्छी तरह साफ करके उसमें सरसों का तेल या कोई बॉडी लोशन से मालिश करें। हाथ-पैर को फटने से बचाएं। बिना मलाई के दूध पिये। लाल मांस की बजाय सफेद मांस का प्रयोग करें। पूरे अंडे की बजाय केवल अंडे की सफेदी खांए। पीला भाग खाने से परहेज करें। इससे वजन घटने के साथ शुगर में लाभ मिलता है। कहा कि अंकुरित चीजों को प्राथमिकता दें, लेकिन सर्दी में अंकुरित अनाज से बचे। इसके बजाय उन्हें थोड़ा सा फ्रीई करके खांए। भोजन में जैतून के तेल का इस्तैमाल करें। इसकी मालिश भी लाभकारी है।
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