#स्वयंफेस्टिवल: आखिरकार कन्नौज की लड़कियां बनी पुलिस की दोस्त
Sanjay Srivastava 20 Dec 2016 5:05 PM GMT

कन्नौज। दूर तक यह जो आप लम्बी ग्रामीण लड़कियों, छात्राओं की भीड़ देख रहे हैं यह सब इसलिए एकत्र हुई है कि जान सकें कि पुलिस जिसका नाम सुनकर डर लगता है वह किस तरह से उनकी दोस्त है।
ग्रामीण लड़कियों, छात्राओं की इस परेशानी को दूर कर रहा है स्वयं फेस्टिवल। आज स्वयं फेस्टिवल का दूसरा दिन है। कन्नौज उर्मदा ब्लाक के महेंद्र नीलम जनता इंटर कॉलेज तिर्वा में उत्तर प्रदेश पुलिस आज इन ग्रामीण लड़कियों और छात्राओं से रुबरू हो रही है। उनके साथ में हैं उनकी योजनाएं जो इन्हीं लड़कियों की परेशानियों को दूर करने के लिए है, जिसमें शामिल है 1090, डायल 100, ई-एफआईआर, महिला सम्मान प्रकोष्ठ और ट्विटर सेवा।
यह जानकारियां आशा ज्योति केंद्र की प्रभारी एसआई नीलम पाण्डेय सर्विलांस प्रभारी कुलदीप दीक्षित ने दी।
देश के पहले ग्रामीण अख़बार गाँव कनेक्शन की चौथी वर्षगांठ पर गाँव कनेक्शन फाउंडेशन स्वयं फेस्टिवल 2016 का उत्तर प्रदेश के 25 जिले में आयोजन कर रहा है।
यही है वो औजार जो हैं आपकी ताकत :-
वूमेन पावर हेल्पलाइन नंबर 1090 की ताकत
एक राज्य, एक नंबर 1090 कोई भी पीड़ित महिला या उसकी महिला रिश्तेदार अपनी शिकायत इस नंबर पर नि:शुल्क दर्ज करवा सकती है। शिकायत करने वाली महिला की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है। पीड़िता को किसी भी हालत में पुलिस थाने या किसी आफिस में नहीं बुलाया जाएगा। हेल्पलाइन में हर हाल में महिला पुलिस अधिकारी ही पीड़िता की शिकायत दर्ज करेगी। महिला पुलिस कर्मी अपने वरिष्ठ पुरूष पुलिस कर्मियों को पीड़ित की केवल उतनी ही जानकारी या सूचना उपलब्ध करवाएगी, जो विवेचना में सहायक हो सके। कॉल सेंटर दर्ज शिकायत पर तब तक काम करता रहेगा जब तक उस पर पूरी कार्रवाई नहीं हो जाती।
महिला सम्मान प्रकोष्ठ’’ का गठन
उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं, नाबालिग बच्चियों व मासूमों के साथ होने वाले अपराधों पर लगाम लगाने और उनके आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करवाने के लिए पुलिस महकमे में महिला सेल को और ताकतवर बनाते हुए महिला सम्मान प्रकोष्ठ का गठन किया है। इस सेल को सुरक्षा के साथ महिलाओं से जुड़े अन्य मामलों जैसे भ्रूण हत्या, देहातों में शौचालयों की कमी जैसे सामाजिक मुद्दों पर कार्रवाई में भी मदद करनी थी।
ईएफआईआर
महिलाए अब ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकतीं हैं। महिलाओं के विरुद्ध घटित अपराधों में पुलिस को और अधिक संवेदनशील एवं उत्तरदायी बनाने के लिए जनसामान्य को इन अपराधों की ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने की सुविधा उत्तर प्रदेश में पहली बार उपलब्ध कराई गई है।
उत्तर प्रदेश पुलिस की ‘ट्विटर सेवा’
अब राज्य के 75 जिलों समेत कुल 122 ट्विटर हैंडल सक्रिय रूप से जनता की सेवा के लिए मौजूद हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ट्विटर के माध्यम से जनशिकायतों का निस्तारण करती है। पुलिस ‘ट्विटर सेवा’ राज्य के 75 जिलों समेत कुल 122 ट्विटर हैंडल सक्रिय रूप से जनता की सेवा के लिए मौजूद हैं। उत्तर प्रदेश भारत वर्ष में पहला ऐसा राज्य होगा जिसमें ट्विटर सेवा का उपयोग पूरे राज्य के समस्त जिलों में पुलिस विभाग करता है। इसके पूर्व भारत वर्ष में बंगलौर सिटी पुलिस द्वारा एक सीमित क्षेत्र में ट्विटर सेवा लॉच की गई है। यह महत्वपूर्ण सेवा देश के चुनिन्दा मंत्रालयों जैसे विदेश, रेलवे, वाणिज्य, पासपोर्ट मंत्रालयों में लागू की गई है।
‘ट्विटर सेवा’ जनशिकायतों को व्यवस्थित ढंग से निस्तारित करने के लिए ट्विटर पर आधारित सीआरएम (कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेन्ट) प्लेटफार्म है। इस साफ्टवेयर के माध्यम से शिकायतों को सम्बन्धित जिलों में प्रेषित किया जाएगा। प्रत्येक शिकायत का एक कोड जनरेट होगा जिसके आधार पर उनको ट्रैक किया जाएगा। कम्प्यूटर के एक कमांड से सेकेण्डों में पता लगाया जा सकेगा की किस जिले द्वारा इस मुख्यालय से प्रेषित की गई, कितनी शिकायतों का कितने समय में निस्तारण किया गया।
This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).
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